जौनपुर में सरकारी काम में बाधा डालने वाले दो नामजद समेत 50 पर मुकदमा दर्ज
जौनपुर (हि.स.)। जनपद में 25 मई को सम्पन्न हुए मतदान के बाद रिजर्व ईवीएम लदे वाहन के मतगणना स्थल पर पहुंचने पर सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया था। प्रशासन ने इसमें अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि वाहन गलती से मतगणना स्थल पहुंच गया था। पुलिस ने मंगलवार को इस मामले में कार्रवाई करते हुए दो नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है।
शनिवार को छठे चरण का मतदान समाप्त होने के बाद वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में बने स्ट्रांग रूम में उस समय हड़कंप मच गया था जब ईवीएम से भरा एक मिनी ट्रक वहां पहुंच गया। वहां पर मौजूद सपा प्रत्याशी बाबू सिंह कुशवाहा के समर्थकों ने उसे रोका और पूछताछ शुरू कर दिया।
इस दौरान ड्राइवर और मौजूद अधिकारी ने बताया कि ये रिज़र्व ईवीएम है, जो मतदान के दौरान खराब होने पर बदली जाती है और गलती से यहां चली आयी। फिर क्या था देखते ही देखते सपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया और मौके पर डीएम एसपी सहित अन्य अधिकारी पहुंच गये।
सपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि ईवीएम को जिस तरह से बिना जांच पड़ताल के मिनी ट्रक के जरिए यहां लाया गया, उससे यह संदेह पैदा होता है कि वोटों की गिनती के दौरान कुछ गड़बड़ी करने की कोशिश की जा सकती है।
पांच घंटे तक सपा कार्यकर्ता, बाबू सिंह कुशवाहा अपने दो विधायक लकी यादव और पंकज पटेल के साथ अधिकारियों से बातचीत की। आखिरकार कागजों के मिलान के बाद यह पता चला कि यह ईवीएम रिजर्व रखी गई थी और गलती से कलेक्टर परिसर के स्थान पर पूर्वांचल विश्वविद्यालय के परिसर में पहुंच गई। बाबू सिंह कुशवाहा ने कार्यकर्ताओं को समझाया तब जाकर मामला शांत हुआ था।
पुलिस अधीक्षक देहात शैलेन्द्र सिंह ने मंगलवार को यह बताया कि जिले में धारा 144 लागू है। शांति व्यवस्था व सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने को लेकर सभासद जगदीश मौर्य उर्फ गप्पू, रमेश मौर्य और 50 अज्ञात के खिलाफ सरायख्वाजा थाना में मुकदमा दर्ज किया गया।
विश्व प्रकाश/दीपक/दिलीप