जी-20 देशों के अतिथि सारनाथ में अशोक स्तंभ देख हुए अभिभूत

वाराणसी (उप्र) (हि.स.)। जी-20 देशों के कृषि वैज्ञानिकों की तीन दिवसीय बैठक का आज (बुधवार) अंतिम दिन है। बैठक में खाद्य संकट और उसकी चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा होगी। कल की बैठक के बाद अतिथियों ने शाम को भगवान बुध की तपोभूमि प्रथम उपदेश स्थली ऐतिहासिक सारनाथ का भ्रमण किया। यहां अशोक स्तंभ देखकर मेहमान अभिभूत हो गए।

आज बैठक के बाद मेहमान बड़ालालपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल जाएंगे। दो दिनों की बैठक में मोटे अनाजों की वैश्विक उत्पादन पर सदस्य देशों में सहमति बन गई है। मोटे अनाज जलवायु के अनुकूल हैं। इस पर वैश्विक स्तर पर शोध हो सकता है। इस पर सदस्य देशों की मुहर लग गई।

सारनाथ में कल मेहमानों का स्वागत बुद्धा थीम पार्क में मसक बीन व शैला और मयूर लोकनृत्य से किया गया। कलाकारों के साथ अतिथियों ने भी नृत्य में की भागीदारी की। सारनाथ में अतिथियों ने संग्रहालय में भारत के राष्टीय चिह्न अशोक चक्र को देखा। भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेष का भी दर्शन किया। संग्रहालय की गैलरी में रखी ऐतिहासिक महत्व की प्रतिमाओं के साथ अवशेषों को देखा।

उन्हें धर्म चक्र प्रवर्तन मुद्रा में भगवान बुद्ध की मूर्ति ने आकर्षित किया। मेहमानों ने मूल मंदिर के अवशेष, धमेख स्तूप, अशोक स्तंभ आदि के अवशेष देखे। शीशे से कवर अशोक लाट, धर्मराजिका स्तूप का अवलोकन कर मेहमान सारनाथ में देश की विरासत व स्मारकों को देख अभिभूत नजर आए। अतिथियों ने इन लम्हों को अपने कैमरों में कैद किया। इसके बाद धमेख स्तूप पर लाइट एंड साउंड शो के जरिए भगवान बुद्ध की जीवन गाथा से रूबरू हुए। इसके बाद बुद्धा थीम पार्क में ही रात्रि भोज के समय वाद्यवृन्द, उपशास्त्रीय गायन व शास्त्रीय नृत्य का आनंद लिया।

श्रीधर/मुकुंद

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