चीनी नौकाओं ने किया सीमाओं का अतिक्रमण, भारत-आसियान के सैन्य अभ्यास में घुसीं
नई दिल्ली/हनोई(हि.स.)। चीन ने एक बार फिर समुद्री सीमाओं का अतिक्रमण करते हुए सोमवार को हथियारबंद नौकाओं ने घुसपैठ की। यह घुसपैठ दक्षिण चीन सागर में किया, जहां भारत और आसियान देशों की नौसेनाएं सैन्य अभ्यास में भाग ले रही थीं।
वियतनाम में स्वतंत्र विशेषज्ञ के अनुसार, ऐसा लगता है कि बीजिंग नौसैनिक सैन्य अभ्यास को बाधित करने और भय का माहौल बनाने के लिए हथियारबंद समूहों का इस्तेमाल कर रहा है। चीन, भारत और सैन्य अभ्यास में शामिल देशों की सरकारों में से किसी ने भी इस घटनाक्रम पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
वियतनाम के समुद्री इलाके में हुई घटना आसियान-भारत समुद्री अभ्यास (एआईएमई 2023) का दो दिवसीय समुद्री चरण रविवार को भारत, वियतनाम, थाईलैंड, फिलीपींस, इंडोनेशिया और ब्रुनेई के नौसैनिक जहाजों और विमानों के साथ शुरू हुआ। यह पहला आसियान-भारत समुद्री अभ्यास है और इसे भारतीय और सिंगापुर द्वारा आयोजित किया गया है।
भारतीय सूत्रों ने कहा कि चीनी नौकाएं जब जहाजों की तरफ बढ़ीं तब अभ्यास में शामिल जहाज वियतनामी विशेष आर्थिक क्षेत्र में थे। हालांकि, हथियार बंद नौकाएं और नौसैनिक जहाज बिना किसी संघर्ष के एक-दूसरे को पार कर गए। साथ ही, एक चीनी अनुसंधान पोत भी इन नावों के पीछे उसी क्षेत्र की तरफ आ रहा था।
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में दक्षिण चीन सागर पर प्रोजक्ट मयूशु का नेतृत्व करने वाले रे पॉवेल ने बताया कि ये नौकाएं क्यूओंग संशा यू के हथियारबंद समूहों की हैं। ये समूह दक्षिण चीन सागर में राजनीतिक उद्देश्यों के लिए चीनी अधिकारियों के साथ मिलकर काम करते हैं। समुद्री जहाजों के ट्रैकिंग डेटा की निगरानी करने वाले संगठन द साउथ चाइना सी क्रॉनिकल इनिशिएटिव के प्रबंधक वान फाम का कहना है कि चीनी अनुसंधान पोत जियांग यांग होंग सैन्य अभ्यास में शामिल वियतनामी युद्धपोत के 10 मील के करीब तक पहुंच गया था।
अजीत तिवारी/आकाश