गोरखपुर नगर निगम ढ़ाई करोड़ से लगाएगा हाइब्रिड एनिमल इंसीनरेटर प्लांट
गोरखपुर (हिस.)। नगर निगम निराश्रित एवं पालतू पशुओं के शव के दाह के लिए हाइब्रिड एनिमल इंसीनरेटर प्लांट लगाएगा। इस प्लांट पर ढाई करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च होने का अनुमान है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पहले कार्यकाल में ही सभी नगर निगमों में एनिमल इंसीनरेटर लगाने के निर्देश दिए थे। देर से ही सही लेकिन गोरखपुर नगर निगम ने इसे लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू है।
हाइब्रिड एनिमल इंसीनरेटर प्लांट का निर्माण ताल नदौर में कान्हा उपवन के लिए मिलने वाली जमीन पर ही होगा। आधा प्लांट बिजली से चलेगा। पशुओं का शव जलाने वाला कंबक्शन गैस चालित होगा। इसके अलावा पशुओं के शव जलाने के लिए सीएनजी, पीएनजी या एलपीजी का उपयोग भी हो सकेगा। इस प्लांट की क्षमता प्रति घंटे 300 किलोग्राम की होगी।
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अंतर्गत एनिमल इंसीनेटर प्लाट के लिए इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी-इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन) के आधार पर नगर निगम 05 साल के लिए फर्म का चयन करेगा। इपीसी अनुबंध नगर निगम और एक ठेकेदार के बीच होगा।
यह है इपीसी की खासियत
इपीसी की खासियत यह है कि प्रोजेक्ट फाइनेंसर को केवल एक ही ठेकेदार को नियुक्त करना होगा। ठेकेदार को तय समय सीमा के भीतर और पूर्व-निर्धारित लागत पर निर्माण कार्य पूरा कराना होगा। टेंडर हासिल करने वाली फर्म को प्लांट का निर्माण कराने के साथ ही पांच साल तक रख-रखाव और संचालन की जिम्मेदारी भी निभानी होगी।
इसलिए जरूरी है एनिमल इंसीनरेटर
वन एवं पर्यावरण के क्षेत्र में कार्यरत हेरिटेज फाउंडेशन की संरक्षिका डॉ अनिता अग्रवाल कहती हैं कि वर्तमान में नगर निगम मृत पशुओं को जमीन में दबा देता है। इन पशुओं के गलने में कम से कम 60 दिन लगते हैं जिससे भूजल भी प्रदूषित होता है। इंसीनरेटर लगने से ग्राउंड वॉटर का प्रदूषण पूरी तरह रुक जाएगा। इंसीनरेटर में केवल 05 प्रतिशत राख मिलेगी। इंसीनरेटर में डबल स्क्रबर लगा होता जो गर्म धुएं को ठंडा करता है। जानवरों की राख के पार्टिकल्स को फिल्टर भी करता है। धुएं को 30 मीटर ऊंची चिमनी से बाहर निकाला जाएगा।
नगर आयुक्त बोले
नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल का कहना है कि ढाई करोड़ की लागत से 300 किलोग्राम प्रति घंटा का एनिमल इंसीनरेटर का हाईब्रिड प्लांट लगाया जाएगा। इससे राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) के लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी।
29 अगस्त को पोर्टल पर अपलोड होगी आरएफपी
निगम की ओर से जारी टेंडर के मुताबिक निगम इच्छुक फर्मां के लिए रिक्वेस्ट फार प्रपोजल (आरएफपी) जारी करेगा। टेंडर के मुताबिक 29 अगस्त से आरएफपी को पोर्टल से डाउनलोड किया जा सकेगा। 25 सितम्बर तक दोपहर 03 बजे तक आनलाइन जमा किया जा सकेगा। इसी दिन शाम 04 बजे टेक्निकल प्रपोजल खोला जाएगा। उसके बाद फाइनेंशियल प्रपोजल खोलने की तारीख तय होगी। फाइनेंशियल प्रपोजल खोलने के बाद फर्म के चयन की प्रक्रिया पूरी होगी और वर्क आर्डर जारी किया जाएगा।
डॉ. आमोदकांत/पदुम नारायण