गोभी की खेती कर लाभांवित हो रहे सीतापुर के किसान
लखनऊ(हि.स.)। जनपद सीतापुर के किसान आजकल गोभी की खेती कर लाभांवित हो रहे हैं। खेतों में उगाये जाने वाली गोभी लेकर किसान सवेरे लखनऊ के मंडी तक आते हैं और तत्काल ही अपनी सब्जी की बिक्री कर वापस घर को लौट जाते हैं। सितम्बर माह में गोभी की पहली फसल लखनऊ पहुंच रही है। आने वाले महीनों में गोभी बाजार में छा जायेगी।
सीतापुर से नवीन मंडी में आये किसान राधेश्याम, बृजलाल, देव ने शुक्रवार को बताया कि गोभी की पहली खेप बाजार में आयी है। अक्टूबर, नवम्बर और दिसम्बर में गोभी की भरमार हो जायेगी। बाजार में अभी एक गोभी का मूल्य चालीस रुपये है। धीरे-धीरे गोभी के दाम में गिरावट देखी जा सकती है।
गोभी की खेती पर उन्होंने कहा कि गोभी को उगाने में तीन माह के करीब लग जाता है। गोभी के लिए संतुलित मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है। बीते दो-तीन वर्षों से वह गोभी की खेती कर लाभांवित हो रहे हैं। इस वर्ष भी उन्हें गोभी से लाभ की उम्मीद है। गोभी की सिंचाई का अंतर दस से पन्द्रह दिनों का होता है। खेत में मिट्टी उपजाऊ हो तो गोभी के सबसे अच्छा माना जाता है। ज्यादा नमी और ज्यादा सूखापन गोभी के लिए नुकसान देय है।
बागवानी कार्य की जानकारी रखने वाले जगदीश ने बताया कि गोभी जाड़े के मौसम में खायेे जाने वाली सब्जी मानी जाती है। शादी विवाह के सीजन में गोभी की मांग बढ़ जाती है। गोभी को उगाने के लिए पहले दूसरे को खेती करते देखे और उसके बाद स्वयं से गोभी लगाने का प्रयास करें। गोभी में भरपूर विटामिन पायी जाती है। गोभी के भीतर विटामिन बी वन, बी टू, बी थ्री, बी फाइफ, बी सिक्स, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन के पाया जाता है।
उन्होंने आगे बताया कि विटामिन के अलावा गोभी में कार्बोहाइड्रेट, शर्करा, प्रोटीन, वसा, कैल्शियम, लौह, मैग्नेशियम, मैंगनीज़, फास्फोरस, पोटैशियम, सोडियम, जस्ता की भी मात्रा पायी जाती है। स्वास्थ्य के लिए गोभी फायदेमंद होती है। पेट से जुड़ी बीमारी गोभी खाने से दूर होती है। रसोई में गोभी को कई प्रकार से बनाया जाता है।
शरद/दीपक/पदुम नारायण