गुलदार को ग्रामीणों द्वारा मारने के मामले में राजनीति गरमाई

बिजनौर (हि.सं.)। तीन लोगों पर हमला करने वाले गुलदार को सहजादपुर गांव के लोगों द्वारा लाठी-डंडों से पीटकर मार डालने के मामले में एक युवक को हिरासत में लिया गया है। वन संरक्षक मुरादाबाद समेत उच्च अधिकारी ने घटनास्थल का दौरा किया और घायलों से भी मिले।

उन्होंने ग्रामीणों से घटनाक्रम की पूरी जानकारी ली। बयान दर्ज किए। ग्रामीणों ने बताया कि गुलदार दो युवकों पर हमला करने के बाद तीसरे पर हमला कर दिया था। उसे बचाने के प्रयास में गुलदार मारा गया। इस मौके पर वन संरक्षक रमेश चंद्र, डीएफओ बिजनौर अरुण कुमार सिंह, डीएफओ संभल अरविंद कुमार टीम के साथ गांव पहुंचे थे।

यह मामला है जब खेत में गए युवकों पर गुलदार ने अचानक हमला कर दिया था। इस मामले में गुलदार के मारे जाने पर वन विभाग की ओर से मारने वालों पर मुकदमा दर्ज कराने की बात सामने आई। इस पर ग्रामीणों में विभाग के खिलाफ नाराजगी व्याप्त है। उनका कहना है कि तीन युवकों की जान बचाने के लिए गुलदार पर हमला किया गया था, लेकिन उसकी मौत हो गई |

ग्रामीण बड़ी संख्या में इस मामले को लेकर विधायक सुशांत सिंह के पास जाकर मिले तथा ग्रामीणों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज नहीं होने देने की बात की।

दूसरी ओर भारतीय किसान यूनियन ने गुलदार की मौत के मामले में ग्रामीणों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज नहीं कराने की चेतावनी दी है। किसान संघ ने कहा है कि मुकदमा दर्ज कराया गया तो भाकियू आंदोलन करेगी। भारतीय किसान यूनियन के सक्रिय होने पर गुलदार को मारने में पकड़े गए युवक को भी छोड़ दिया गया।

बड़ी संख्या में गुलदार द्वारा जनपद में ग्रामीणों व पालतू पशुओं पर जानलेवा हमले किये जा रहे हैं। बड़ी संख्या में पालतू जानवरों को गुलदार अपना शिकार बना चुके हैं। किसान शाम को खेतों में जाने से कतरा रहे हैं। शाम होते ही घरों में ग्रामीण कैद होने को विवश हैं। गुलदार निरंतर आबादी क्षेत्र में सक्रिय होकर लोगों को अपना शिकार बना रहे है।|

नरेन्द्र/दिलीप

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