गुप्त नवरात्र: मां विंध्यवासिनी की झलक पाकर श्रद्धालु भाव विह्वल

मीरजापुर (हि.स.)। आषाढ़ मास में गुप्त नवरात्र के पहले दिन सोमवार को विंध्याचल दरबार में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। सर्वार्थ सिद्धि योग में गंगा स्नान के बाद देवी दरबार पहुंचे श्रद्धालुओं ने बड़े ही भक्ति भाव से मां विंध्यवासिनी की आराधना की।

तंत्र साधना के लिए अष्टभुजा पहाड़ की गुफाओं और कंदराओं में साधकों का जमघट लगा रहा। मंदिर की छत पर बड़ी संख्या में साधक दुर्गा चालीसा और दुर्गा सप्तशती का पाठ करने में तल्लीन नजर आए। मां विंध्यवासिनी के जय जयकार से संपूर्ण मंदिर परिसर गुंजायमान हो उठा। गंगा घाटों पर स्नान करने के बाद मंदिर पहुंचे भक्तों ने बड़े ही श्रद्धा भाव से मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन कर मंगल कामना की। विंध्याचल मंदिर के साथ ही अष्टभुजा पहाड़ पर साधकों का जगह-जगह वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गोपनीय अनुष्ठान का दौर भी गुप्त नवरात्र के पहले दिन से शुरू हो गया। साधना के दौरान साधक गुप्त नवरात्र में नौ देवियों के साथ ही दस महाविद्याओं की भी विधि-विधान से पूजा-अर्चना करेंगे।

देश के कोने-कोने से आए साधक, 27 जून तक करेंगे तंत्र साधना

गुप्त नवरात्र के प्रथम दिन देश के कोने-कोने से आए साधकों ने तंत्र साधना और मंत्र सिद्धि पूरे विधि-विधान से की। मंगला आरती के बाद से ही मंदिर में दर्शन पूजन का क्रम शुरू हो गया था, जो अनवरत चलता रहा। जगत जननी मां विंध्यवासिनी के भव्य स्वरूप का दर्शन पाकर श्रद्धालु भाव विह्वल हो उठे। आदिशक्ति का दर्शन करने के बाद श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में विराजमान समस्त देवी-देवताओं के मंदिरों में जाकर दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना की। अष्टभुजा पहाड़ पर विराजमान महाकाली और मां अष्टभुजी देवी के दरबार में भी दर्शन पूजन करने के लिए दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा। 19 जून सोमवार को शुरू गुप्त नवरात्र 27 जून तक चलेगा।

दुलारो धाम डेरवा और शीतला धाम विजयपुर में उमड़ा आस्था का सैलाब

आषाढ़ माह के तीसरे सोमवार को मां दुलारो धाम डेरवा और मां शीतला धाम विजयपुर में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। भक्तों ने मां के दरबार में रोट और लपसी बना फूल-माला चढ़ा दर्शन-पूजन किया। चिलचिलाती धूप भी भक्तों की आस्था को डिगा न सकी। भक्त मां का दर्शन कर निहाल हो उठे।

कमलेश्वर शरण/राजेश

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