गाजियाबाद में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त

-निचले इलाकों में जलजमाव,लोग घरों से नहीं निकल पा रहे

-नगर निगम के इंतजाम नाकाफी, बारिश ने धो दिए निगम अधिकारियों के दावे

गाजियाबाद (हि.स.)। बारिश से जनपद का जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। निचले इलाकों में भारी जलजमाव के कारण लोग घर में दुबक गए। कहीं घर की छत टपक रही है तो कहीं बरसात का पानी लोगों के घरों और कार्यालयों में जा घुसा। किसान भी परेशान हैं। बारिश के पानी ने लोगों को मुसीबतें बढ़ा दी हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित है।

पिछले चार दिनों से दिल्ली से सटे एनसीआर क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है। इससे राजनगर एक्सटेंशन,पटेल नगर, मालीवाड़ा, नेहरू नगर, रमते राम रोड, कैलाभट्टा, नवयुग मार्केट, विजयनगर, सुदामापुरी, मिर्जापुर, अंबेडकर नगर, लोनी की अन्य कॉलोनियों में जलभराव की स्थिति बन गई है। सड़कों में भी जल भराव के कारण लोगों को वाहन चलाने में भी दिक्कतें आ रही हैं।

उधर, मसूरी के अकलपुर गांव में मकान की छत गिरने से रविवार को शकुंतला नाम की महिला की मौत हो गई थी। बारिश लोगों के लिए अब आफत साबित होती जा रही है। किसानों को भी इस बारिश का भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। खास तौर पर धान, उड़द और मूंग की फसल पूरी तरह से तबाही के कगार पर पहुंच गई हैं। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष विजेंद्र चौधरी का कहना है कि बारिश के कारण फसलों को नुकसान हो रहा है जिस कारण किसान परेशान हैं।

जिला प्रशासन ने बारिश के चलते आज कक्षा एक से 12 तक के सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों को बंद रखने को निर्देश दिए थे। लेकिन कुछ विद्यालयों के प्रबंधकों ने जिला प्रशासन के आदेश का पालन नहीं किया है, जिसे बारिश के चलते बच्चे स्कूल जाने को मजबूर है। अभिभावकों ने इसका विरोध किया है, तो अब प्रशासन ऐसे स्कूलों को चिन्हित कर कार्रवाई में जुट गया है।

नगर निगम के इंतजाम नाकाफी साबित हुए

पिछले चार दिनों से एनसीआर में लगातार बारिश हो रही है। इस कारण पूरे शहर में जलभराव की स्थिति बन रही है। हालांकि नगर निगम के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि उनके प्रयास से जलभराव काफी कम हो रहा है लेकिन स्थिति इसके उलट है। निगम द्वारा किये गए इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं।

फरमान

error: Content is protected !!