गर्भावस्था में खानपान और सरकारी योजनाओं को समझाया
– सिफ्सा बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय ने आयोजित किया आउटरीच कार्यक्रम
झांसी (हि.स.)। राष्ट्रीय सेवा योजना अंतर्गत संचालित राज्य परिवार नियोजन सेवा अभिनवीकरण परियोजना एजेंसी (सिफ्सा) बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय द्वारा आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को किया गया। जिसमें ग्रामीणों को गर्भावस्था में खानपान और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन गढ़मऊ ग्राम पंचायत में किया गया।
सिफ्सा नोडल अधिकारी डा. श्वेता पाण्डेय ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भावस्था को लेकर अभी भी बहुत सी भ्रांतियां प्रचलित हैं। इसके साथ ही साथ ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भावस्था के दौरान प्रदान की जाने वाली सरकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी बहुत कम है। डा. पाण्डेय ने बताया कि सिफ्सा आउटरीच कार्यक्रम के द्वारा महिलाओं और बच्चों से संबंधित योजनाओं के बारे में जागरूक किया जाता है।
उन्होंने बताया कि पूर्व सिफ्सा आउटरीच कार्यक्रम के अंतर्गत एड्स जागरूकता, गर्भावस्था देखभाल, पीरियड्स के दौरान सावधानियां, नवजात शिशुओं की देखभाल, टीकाकरण, मानसिक स्वास्थ्य, कैंसर, तंबाकू उन्मूलन जैसे विषयों पर गतिविधियों का आयोजन किया गया है। सिफ्सा पीयर एजुकेटर रौनक ने बताया कि आज गढ़मऊ ग्राम पंचायत में महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों, जांचों, खानपान, टीकाकरण के बारे में जागरूक किया गया। इसके साथ ही महिलाओं को सरकार द्वारा संचालित सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई।
अलादीन ने बताया कि सिफ्सा के अंतर्गत हम लोगों को पहले प्रशिक्षण दिया गया उसके बाद आउटरीच कार्यक्रम के अंतर्गत लोगों को जागरूक किया जाता है। पीयर एजुकेटर कोमल ने बताया कि गर्भावस्था जैसे विषयों पर बात करने में ग्रामीण महिलाओं में बहुत हिचक होती है। उन्होंने बताया कि अभी भी ग्रामीणों में गर्भावस्था के प्रति बहुत सी भ्रांतियां हैं और उन्हें दूर करने के प्रयास सिफ्सा बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय द्वारा किया जा रहा है।
सिफ्सा स्वयंसेवक शिवदयाल ने बताया कि सिफ्सा के अंतर्गत आउटरीच कार्यक्रम में लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का कार्य नोडल अधिकारी डा. श्वेता पाण्डेय के निर्देशन और मार्गदर्शन में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का यह प्रयास है कि लोगों को सरकारी योजनाओं के साथ ही भ्रांतियों के प्रति भी जागरूक किया जाए। इस अवसर पर गढ़मऊ ग्राम पंचायत के ग्रामीण व अन्य उपस्थित रहे।
महेश/मोहित