खुफिया अलर्ट: चीनी सर्वर से जनरेट लिंक के जरिये भारतीय यूजर को बनाया जा रहा निशाना

नई दिल्ली (हि.स.)। राजधानी दिल्ली में लगातार साइबर अपराधी नए-नए तारीके से ठगी और अन्य वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। इस बात की खुफिया सूचना है कि चीनी सर्वर से जनरेट संदिग्ध लिंक के जरिये भारतीय यूजर को निशाना बनाया जा रहा है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, “अब साइबर अपराधी चीनी सर्वर से जनरेट संदिग्ध लिंक के जरिये भारतीय यूजर को अपना निशाना बना रहे हैं। लिंक पर क्लिक करते ही हैकर व्यक्ति के मोबाइल तक पहुंचकर उसका संवेदनशील डाटा चुरा रहा है।” 
पुलिस ने बताया कि साइबर अपराधी जालसाजी कर बैंक अकाउंट पर भी हाथ साफ कर रहे हैं। इसके लिए वे भारतीय यूजर से विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के जरिये तमाम लुभावने स्कीम की बात कर लोगों से ठगी भी कर रहे हैं। 
खुफिया इकाइयों की तरफ से साइबर सुरक्षा से जुड़ी देश की तमाम एजेंसियों को इस बाबत जानकारी देकर सतर्क किया गया है। 

224 चीनी ऐप हुए प्रतिबंधित 
वहीं, भारत सरकार की तरफ से अबतक चीन से जुड़े करीब 224 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। इसमें मशहूर गेमिंग ऐप ‘पबजी और टिकटॉक’ जैसे बड़े यूजर नेटवर्क ऐप भी शामिल हैं। इन ऐप के जरिये भारतीयों के कई यूजर डेटा की चोरी होने का खतरा था। सरकार ने भारत की अखंडता, सुरक्षा और शांति-व्यवस्था के लिए खतरा बताते हुए इन ऐप को बंद किया है।  
साइबर अपराधी ऐप डाउनलोड करा रहे हैं
खुफिया सूचना में यह कहा गया है कि चीनी साइबर अपराधी भारतीय यूजर तक स्थानीय नेटवर्क का इस्तेमाल कर अलग-अलग अकाउंट के जरिये तेजी से जुड़ने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए लिंक भेज रहे हैं और उसके जरिये आप तक या तो वायरस के जरिये पहुंच बना रहे हैं या फिर प्रतिबंधित ऐप डाउनलोड करा कर आपकी ऐक्सस हासिल कर रहे हैं। 
ऐसे में ध्यान देने वाली बात यह है कि चीनी हैकरों का यह नेटवर्क भारतीय यूजर से विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट को कुछ रकम देने का ऑफर देकर फॉलो व लाइक भी करा रहे हैं। इसमें फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम व यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया अकाउंट शामिल हैं। 
वहीं भारतीय यूजर को व्हाट्सऐप पर संदिग्ध लिंक संदेश भेजकर प्रतिबंधित ग्रुप के एप डाउनलोड करा रहे हैं, जिसका सर्वर चीन में होता है। 
एजेंसियों की पैनी नजर
साइबर सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खुफिया सूचना के बाद से दिल्ली पुलिस सहित साइबर सुरक्षा से जुड़ी देश की तमाम एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं। इधर दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने एक ऐसे ही चीनी सइबर अपराधियों के नेटवर्क का पर्दाफाश भी किया था। साथ ही नेटवर्क से जुड़े जालसाजों की तलाश में छापेमारी अभी भी चल रही है। 
चीनी बदमाशों के नेटवर्क से जुड़े भारतीय साइबर जालसाजों पर साइबर सेल की पैनी नजर है। इसमें फर्जी नंबर पर सिम जारी कराने वाले, शेल कंपनी (फर्जी कंपनी) खोल उसके जरिये रकम चीन तक पहुंचाने में सहयोग करने वाले आरोपित शामिल हैं। 

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