किसान नाग पंचमी पर सपेरे लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों को पकड़ने पहुंचे
झांसी (हि.स.)। दस दिन से आंदोलनरत किसानों ने नाग पंचमी पर अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। किसान नेता गौरी शंकर बिदुआ के नेतृत्व में कृषि विभाग व सिंचाई विभाग पहुंचे किसान अपने साथ सपेरों को ले गए। साथ ही उनके हाथों में दूध से भरी मिट्टी के बर्तन(मलिया) भी थी।
किसान नेता ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि अब हम किसानों का खून छोड़कर कमीशन रुपी दूध पीजिए। विभागों की चौखट पर दूध रखकर किसानों ने अधिकारियों का आह्वान किया कि किसानों का हक नहीं दूध पियो।
किसान रक्षा पार्टी के बैनर तले दस दिन से किसान आंदोलनरत हैं। अधिकारियों द्वारा मांगों का संज्ञान न लेने पर किसान विभागीय व राजनीतिज्ञों की चौखट पर दस्तक दे रहे हैं। नाग पंचमी के दिन किसान नेता गौरीशंकर बिदुआ के नेतृत्व में मौन जुलूस के रूप में सिंचाई विभाग कार्यालय पहुंचे। विभाग की चौखट पर दूध से भरे मिट्टी के पात्र रखकर आह्वान किया कि किसानों का हक व खून न पीकर कमीशन रुपी दूध पियो और संतुष्ट हो जाएं।
इसके बाद किसान कृषि विभाग पहुंच इसी क्रिया को दोहराया किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता गौरीशंकर ने कहा आज नाग पंचमी के दिन अधिकारियों को दूध इसलिए पिलाया जा रहा है कि यह नाग से ज्यादा जहरीले हैं। नाग के डसने से एक व्यक्ति की मौत होती है, लेकिन अधिकारियों के डसने से किसानों के घर परिवार तबाह हो रहे हैं। सिंचाई विभाग में भ्रष्टाचार न हो तो हर खेत तक पानी पहुंचता और किसान खुशहाल होता है। इनके भ्रष्टाचार के कारण ही किसान आत्महत्या व पलायन जैसे कदम उठा रहे हैं।
किसानों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार का मुख्यालय बुंदेलखंड है, जिसका हेड ऑफिस बेतवा भवन है। यदि सरकार निष्पक्ष व ईमानदारी से सिंचाई विभाग द्वारा तीन साल में कराए गए कार्यों की जांच करा ले तो कानून उन्हें आजीवन कारावास से कम सजा नहीं देगा। आगामी कुछ दिनों बाद किसान रक्षा पार्टी जन सूचना अधिकार से प्राप्त जानकारी के आधार पर सिंचाई विभाग के काले कारनामों का पर्दाफाश करेगी।
वहीं कृषि विभाग को लेकर किसान नेता गौरीशंकर बिदुआ ने कहा कि सरकार द्वारा भेजी जा रही किसी भी योजना का लाभ किसानों तक नहीं पहुंच रहा। सारा लाभ कृषि विभाग के अधिकारी खा रहे हैं। इसीलिए इन्हें दूध पिलाया जा रहा है कि यह किसानों का हक दे दे और कमीशन रुपी दूध पीकर अपना पेट भर लें।
इस अवसर पर मुदित चिरवारिया, देवी सिंह कुशवाहा, पवन तिवारी, सचिन मिश्रा, मुन्ना चौधरी, अमर सिंह,पप्पू पाल नीरा आर्य, पार्वती, रजिया पुक्खन, मुन्नी, रानी, राजकुमारी सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।