काशी में बाबा साहब बोले थे शिक्षा शेरनी का दूध है, जो भी पियेगा वहीं दहाड़ेगा : नरेन्द्र पटेल

– जयंती पर भारत रत्न डा.भीमराव आंबेडकर को किया गया याद, विविध आयोजन

वाराणसी (हि.स.)। संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती शुक्रवार को यहां उल्लासपूर्ण माहौल में मनाई जा रही है। जयंती पर शहर और ग्रामीण अंचल में विविध आयोजन हुए। कहीं गोष्ठी के माध्यम से उनके कार्यों को याद किया गया, तो कहीं जागरुकता कार्यक्रम हुए।

रोहनिया कनेरी स्थित अपना दल (एस) के विधानसभा क्षेत्र कार्यालय पर रोहनिया विधायक डॉ सुनील पटेल तथा जिला अध्यक्ष डॉ नरेंद्र पटेल ने पार्टी के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ताओं के साथ बाबा साहब के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस दौरान जिला अध्यक्ष नरेंद्र पटेल ने कहा कि बाबा साहब ने काशी में कहा था कि शिक्षा शेरनी का दूध है जो भी पियेगा वहीं दहाड़ेगा।

रोहनिया विधायक ने बताया कि 1956 में 22 से 25 नवंबर के बीच बाबा साहेब बनारस आए थे। बनारस से लौटने के बाद छह दिसंबर 1956 को उनका परिनिर्वाण हो गया। विधायक ने उनके योगदान और कार्यों को विस्तारपूर्वक बताया। गोष्ठी में पूर्व प्रमुख रमाकांत सिंह मिंटू, सोनू सिंह, महेंद्र शर्मा, आनंद प्रकाश, देवांशु, राजकुमार पटेल, उमेश पटेल, रीना पटेल, अजीत पटेल आदि शामिल रहे।

भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय के नेतृत्व में कचहरी स्थित पार्क में बाबा साहब के विशाल मूर्ति पर माल्यार्पण कर उनके योगदान को नमन किया। इसी क्रम में अखिल भारतीय अनुसूचित जाति जनजाति कर्मचारी कल्याण संघ की ओर से बाबा साहब की जयंती मनाई गई।

श्रीधर

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