कानपुर में सात मोबाइल वेटनरी युनिट, पशुओं के उपचार के लिए डायल करें 1962 टोल फ्री नम्बर
कानपुर (हि.स.)। प्रदेश की योगी सरकार लगातार पशुपालकों की आय दोगुनी करने का प्रयास कर रही है। सरकार ने पशुओं को तत्काल मौके पर उपचार उपलब्ध कराने के लिए मोबाइल वेटनरी यूनिट एम्बुलेंस सेवा शुरू की है। जिसका कन्ट्रोल रूम प्रदेश मुख्यालय लखनऊ में बनाया है। जिसका टोल फिर नम्बर 1962 है। जिसके तहत कानपुर को सात मोबाइल वेटनरी यूनिट बनाई गई है।
कानपुर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.आर.पी.मिश्रा ने बुधवार को बताया कि पशुपालकों को राहत देने के लिए और बीमारी से ग्रसित पशुओं का मौके पर उपचार करने के लिए अप्रैल माह में सात मोबाइल वेटनरी यूनिट का संचालन शुरू किया है। यह एक लाख प्रति बड़े पशुओं की दर से प्राप्त हुई है। इस मोबाइल वेटनरी यूनिट का संचालन अप्रैल के प्रथम सप्ताह से शुरू किया गया है।
उन्होंने बताया कि चार मोबाइल वेटनरी यूनिट निर्धारित मार्ग पर प्रतिदिन चलती रहेंगी। इस दौरान निर्धारित ग्रामों में जाकर पशु चिकित्सा शिविर का भी आयोजन करती है। उनकी गतिविधियों का व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है।
तीन मोबाइल वेटनरी युनिट आकस्मिक सेवा के लिए बिल्हौर, घाटमपुर और कल्याणपुर रहती है। पशुओं के उपचार हेतु जब पशुपालक कन्ट्रोल के टोल फ्रि नम्बर 1962 पर सूचना देगा तो प्रदेश मुख्यालय लखनऊ में बने कन्ट्रोल रूम से सूचना देने वाले पशु पालक के नजदीक स्थित मोबाइल वेटनरी यूनिट को निर्देश दिया जाएगा कि वह वहां जाकर पशुओं का उपचार करें। इससे पशुपालकों को काफी सुविधा मिलेगी। लेकिन पशुओं को भर्ती करने की सुविधा नहीं है। मोबाइल वेटनरी यूनिट जब पशुओं का उपचार करने पहुंचेगी तो पांच रुपये लेवी शुल्क देना होगा।पूरा उपचार नि:शुल्क करने के लिए सरकार ने चिकित्सा एवं दवाओं को उपलब्ध करा रही है।
राम बहादुर