कानपुर में अवैध रुप से विभिन्न कम्पनियों की सीमेंट की हो रही रिपैकेजिंग
– बिजली विभाग और विजलेंस की टीम की छापेमारी में अवैध सीमेंट की रिपैकेजिंग का हुआ था खुलासा
– मामले में विजलेंस ने मुकदमा दर्ज किया, बिठूर थाना पुलिस को अवैध सीमेंट रिपैकेजिंग में तहरीर मिलने का इंतजार
कानपुर (हि.स.)। जनपद में बीते दिनों पकड़ी गई अवैध सीमेंट फैक्टरी पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है। इस अवैध फैक्टरी का उस वक्त खुलासा हुआ जब बिजली विभाग की टीम बिजली चोरी की जांच करने पहुंची थी। इस मामले में विजलेंस द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया है जबकि अवैध व नकली सीमेंट रिपैकेजिंग मामले में अभी पुलिस को तहरीर मिलने का इंतजार कर रही है।
भवन निर्माण को लेकर उपयोग होने वाली सबसे महत्वपूर्ण सामग्री सीमेंट की अवैध रुप से होने वाली रिपैकेजिंग का काम कानपुर नगर में तेजी से हो रहा है। सीमेंट माफिया खराब (नकली) सीमेंट को पीसकर ब्रांडेड कम्पनियों की बोरी में पैक कर बाजार दाम से सस्ते में अवैध सीमेंट बेच रहे हैं। इसका मुख्य फायदा सीमेंट माफिया और कुछ दुकानदारों को हो रहा है। इस गोरखधंधे में होने वाली सीमेंट की रिपैकेजिंग से आम जनता का पैसा तो बर्बाद होता ही है, साथ ही उनके जीवन का खतरा भी बना रहता है। ऐसा ही एक मामला उस वक्त सामने आया जब बीती छह जून को बिजली विभाग की टीम बिठूर थानाक्षेत्र के मोहनपुर नई बस्ती में बिजली चोरी की सूचना पर छापा मारने पहुंची। जांच के दौरान अवैध रुप से सीमेंट की रिपैकेजिंग करने वाली फैक्टरी का खुलासा हुआ था। यह फैक्टरी तीन साल पहले बंद हो गई थी।
फैक्टरी संचालक नूर आलम ने लोगों को धोखा देते हुए इसमें सीमेंट की अवैध रुप से रिपैकेजिंग का काम चालू कर रख था। यहां पर एसीसी, अल्ट्राटेक समेत कई नामी सीमेंट कंपनियों के खाली बोरियों में खराब सीमेंट को पीसकर भरकर कम दामों में बेचने का काम किया जा रहा है। खराब सीमेंट की पैकिंग करते कर्मचारी का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था और पुलिस मौके पर पहुंची थी। अभी इस मामले में फिलहाल कोई कार्यवाही नहीं हुई है। विजलेंस की टीम ने इस मामले में मुकदमा पंजीकृत किया है।
इस मामले में बिठूर थाना प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने सोमवार को बताया कि बंद फैक्टरी मामले में अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। इस प्रकरण की कोई तहरीर आती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
अवनीश/मोहित