कानपुर: छात्रवृत्ति के भुगतान से 71 हजार छात्र-छात्राओं के खिल उठे चेहरे
कानपुर(हि.स.)। योगी सरकार ने दलित, पिछड़ा वर्ग एवं समान्य एवं अल्पसंख्यक समाज के आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं को शिक्षा क्षेत्र में आगे लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में समाज कल्याण विभाग लखनऊ ने कानपुर के इण्टर, हाईस्कूल तथा अन्य उच्च शिक्षा समेत 71 हजार 122 को छात्रवृत्ति का भुगतान किया। यह जानकारी गुरुवार को कानपुर के जिला समाज कल्याण अधिकारी प्रज्ञा पाण्डेय ने दी।
उन्होंने बताया कि हाईस्कूल पास कर चुके दलित समाज के 19,738 और सामान्य जाति के 2815 और अन्य श्रेणी के 3466 एवं बारहवीं तथा उच्च शिक्षा के एससी समाज के 10855 और सामान्य जाति के आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के 3357 तथा अन्य श्रेणी के 1030 छात्रों को प्रतिपूर्ति शुल्क का भुगतान किया जा चुका है। इस तरह ओबीसी को छोड़कर कुल 41251 छात्र-छात्राओं को सरकार ने अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह तक दिया।
जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी कोमल द्विवेदी ने बताया कि ओबीसी के ग्यारहवीं एवं बारहवीं के कुल 23991 छात्र-छात्राओं को शुल्क प्रतिपूर्ति कर दी गई है। यह छात्रवृत्ति 65 प्रतिशत कट ऑफ मेरिट तक के छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराया जा चुका है। इसी तरह नौंवी और दसवीं के कुल 5880 छात्र-छात्राओं को शुल्क प्रतिपूर्ति कर दी गई है। इसमें अल्पसंख्यक पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राए शामिल नहीं है। इस तरह हाईस्कूल और इंटर को मिलाकर 29871 छात्रों की शुल्क प्रतिपूर्ति कर दी गई है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए पूर्व दशम छात्रवृत्ति योजना के तहत शासकीय एवं अशासकीय सहायता प्राप्त शिक्षण संस्थानों के सभी पत्र छात्र-छात्राओं के शुल्क प्रतिपूर्ति का भुगतान कर दिया गया है। जिसमें निजी शिक्षण संस्थानों के भी छात्र-छात्राएं शामिल है।
राम बहादुर