कानपुर : केवाईसी ऑनलाइन होने से कम हुई पेंशन पाने वाली विधवा महिलाओं की संख्या

कानपुर(हि.स.)। सरकार की ओर पारदर्शी एवं भ्रष्टाचार मुक्त योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को देने का लगातार प्रयास जारी है। कानपुर में ऑनलाइन केवाईसी न होने की वजह लगभग आठ हजार विधाओं को इस सत्र में पेंशन मिल सका। जिससे विधवाओं को जिला प्रबोशन अधिकारी के कार्यालय, विकास भवन एवं बैंक का चक्कर काटना पड़ा रहा है। यह जानकारी मंगलवार को जिला प्रबोशन अधिकारी जयदीप ने दी।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2022-23 सत्र में 61 हजार विधवाओं को पेंशन का भुगतान किया गया था। लेकिन सरकार ने जब से ऑनलाइन व्यवस्था किया और केवाईसी को ऑनलाइन कराने का निर्देश दिया। इसकी जानकारी भी विभिन्न माध्यमों से विधवा महिलाओं को दी गई। जिसके बाद विधवा महिलाओं ने अपना केवाईसी ऑनलाइन कराया। लेकिन इसके बावजूद अब भी बहुत सी विधवाओं का केवाईसी अपडेट नहीं हो सका। इसके अतिरिक्त कुछ ऐसी विधवा महिलाएं हैं, जिनका आधार कार्ड ही नहीं बन पाया है, जिससे वह विधवा पेंशन की योजना से वंचित हैं।

उन्होंने बताया कि नए सत्र में कानपुर जिले की 51 हजार, 853 विधवाओं के खाते में पेंशन जा चुका है। जिनका भुगतान नहीं हुआ है, वे पहुंच रही है तो उनका पूरा सहयोग किया जा रहा है। उनका आधार कार्ड नंबर फीड किया जा रहा है।

बताया कि कुछ ऐसी भी विधवाएं हैं, जिनका निधन हो चुका है, वह भी इन कम होने वाली संख्या में शामिल है। जो नई विधवाओं को पेंशन शुरू हुई है, उनकी संख्या हम नहीं बता सकते है, क्योंकि ऑनलाइन व्यवस्था होने की वजह से सबका डॉटा एक हो गया है।

केवाईसी क्या है?

केवाईसी वह प्रक्रिया है जिसके तहत फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस अपने कस्टमर का आइडेंटिफिकेशन और एड्रेस प्रूफ को वेरीफाई करता है। जैसे कि आप अगर किसी बैंक में अकाउंट खोलने जाएंगे, तो बैंक आपसे आपका केवाईसी डॉक्यूमेंट मतलब, आपका आईडेंटिटी और एड्रेस प्रूफ करने के लिए जरुरी पेपर प्रोडूस करने को कहेगा।

राम बहादुर/राजेश

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