कानपुर : इंस्पेक्टर की छेड़छाड़ से किशोरी ने खाया जहर, हालत गंभीर
— बयान के लिए बुलवाया था थाने, कमरे में की हरकत
— पड़ोसियों और पिता का था जमीनी विवाद, पिता पर हुआ था एसिड अटैक
कानपुर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यशैली एक बार फिर उस समय सवालों के घेरे में आ गई जब एक किशोरी ने जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। आरोप है कि इंस्पेक्टर ने बयान के लिए किशोरी और उसकी मां को थाने बुलाया और कमरे में ले जाकर किशोरी के साथ छेड़छाड़ कर दी। इससे आहत होकर किशोरी ने जहर खा लिया और कानपुर के हैलट अस्पताल में जीवन मौत से संघर्ष कर रही है। पीड़िता की मां का कहना है कि कोई भी अधिकारी सुध नहीं ले रहा है और बेटी आईसीयू में सांसे गिन रही है।
कानपुर देहात जनपद के राजपुर थाना क्षेत्र के जैनपुर निवासी महेश सिंह किसानी करते हैं। परिवार में पत्नी नीलम और चार बच्चे हैं। पत्नी ने सोमवार को बताया कि गांव के ही रहने वाले बीरन, गम्भीर, पप्पू, इंद्रा पाल से जमीन को लेकर उनकी पुरानी रंजिश थी। यह लोग सड़क किनारे वाली जमीन को हड़पना चाहते थे जिसका पति ने विरोध किया। इस पर इन लोगों ने पति पर तेजाब डाल दिया, जिससे वह गंभीर रुप से झुलस गये और सभी के खिलाफ थाने में नामजद तहरीर दी गई थी। मामले को लेकर अक्सर इंस्पेक्टर पूछताछ के लिए बुलाता था। इसी क्रम में बयान लेने के बहाने दो दिन पहले फिर इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने थाने बुलाया और बेटी के साथ थाना पहुंची।
कमरे की छेड़छाड़
थाना में इंस्पेक्टर 14 वर्षीय बेटी से अकेले में बयान लेने के बहाने कमरे ले गया, जहां पर उसने दबाव बनाया कि पिता को कह दो कि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा वापस ले ले। इस पर बेटी ने मना कर दिया तो उसका मोबाइल छीनने लगा और छेड़छाड़ शुरु कर दी। इससे बेटी बहुत आहत हुई और घर आते वक्त बच्ची ने मुझसे 50 रुपये लिए और छिपकर मुझसे कीटनाशक दवा पीकर चुपचाप मेरे साथ घर चली आई। अचानक उसकी तबीयत जब खराब होने लगी तो उसके जेब मे कीटनाशक दवा की खाली शीशी मिली। गंभीर हालत में उसको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद उसको कानपुर के हैलट के आईसीयू में भर्ती करवाया गया है जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
वहीं डाक्टरों ने आफ रिकार्ड कहा कि किशोरी की हालत बहुत ही नाजुक है, 24 घण्टे से बच्ची के बॉडी में कोई मूमेंट नहीं हुआ है, ईश्वर ही कुछ करश्मिा कर सकता है। मां का आरोप है कि कोई भी अधिकारी सुन नहीं रहा है। इस पर अधिकारी फिलहाल कुछ भी कहने से बचते दिख रहे हैं।