कांवड़िए रात्रि में सड़क पर नहीं, सुरक्षित विश्राम शिविरों में सोएं
जिलाधिकरी गौरांग राठी ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर कावड़ यात्रा का लिया जायजा
यात्रा के दौरान जख्मी कांवड़िए की मरहम-पट्टी कराने का दिया निर्देश
भदोही (हि.स. )। सावन में कांवड़ यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार और जिला प्रशासन बेहद सतर्क एवं संवेदनशील है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक कांवड़ यात्रा की बराबर निगरानी कर रहे हैं। जिलाधिकारी गुरुवार को कांवरियों से मिलकर भोजन और विश्राम की व्यवस्था के लिए निर्देश दिया।
भदोही जिला अधिकारी गौरांग राठी गुरुवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित गोपीगंज नगर पहुंच कर प्रयाग से काशी बाबा विश्वनाथ को जा रहे कांवरियों से बातचीत किया और उनकी समस्याओं के बारे में अवगत हुए। राष्ट्रीय राजमार्ग को प्रयागराज से वाराणसी तक कांवड़ यात्रा को देखते हुए वन-वे कर दिया गया है। उत्तरी लेन को कावड़ियों के लिए पूरी तरह सुरक्षित कर दिया गया है। कांवरिया प्रयाग से जल भरकर काशी विश्वनाथ जा रहे हैं। पूरा राष्ट्रीय मार्ग शिवमय में हो गया है। जब मौसम ठंडा होता है तो शाम को कावड़ यात्रा का नजारा देखते ही बनता है। शिव भक्ति की मस्ती में कांवरिया बम भोले और हर-हर महादेव का जयघोष करते जलाभिषेक के लिए काशी की ओर प्रस्थान कर रहे हैं।
जिलाधिकारी ने कांवरियों से यात्रा के दौरान होने वाली दिक्कतों के बारे में पूछा। इस दौरान एक कांवरियों के पैर में अधिक जख्म होने पर उन्होंने संबंधित पुलिसकर्मी को मरहम पट्टी कराने का निर्देश दिया। क्योंकि कांवरिया के पैर जख्म हो गया था। राष्ट्रीय राजमार्ग पर कावड़ यात्रा को सुरक्षित और सफल बनाने के लिए गए पुलिसकर्मियों को उन्होंने निर्देशित किया है कि कांवड़ यात्रा में चल रहा कोई भी कांवरिया खुले मार्ग पर ना सोए।
जिलाधिकारी राठी ने पुलिस कर्मियों से कहा कि कांवरियों के लिए जगह-जगह विश्राम स्थल बनाए गए हैं। उन्हें विश्राम के लिए शिविर में ले जाया जाए। राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित ढाबों में और कांवरिया शिविर में भोजन, नाश्ते की सुविधाओं का भी उन्होंने जायजा लिया। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि कांवड़ियों को कोई दिक्कत ना होने पाए। कांवरियों के विश्राम भोजन और स्वास्थ्य सुविधाओं ख्याल रखा जाए।
प्रभुनाथ