एचएसीएल फाउंडेशन को कृषि विपणन व प्रशिक्षण कार्य का बुंदेलखंड में भी करें विस्तार: सूर्य प्रताप शाही
– एमओयू एक्सटेंशन से पूर्व कृषि मंत्री ने परखे फाउंडेशन के क्रियाकलाप
लखनऊ (हि.स.)। प्रोजेक्ट डायरेक्टर एचसीएल फाउण्डेशन, उप सम्भागीय कृषि अधिकारी, सण्डीला जनपद हरदोई के कार्यालय में सेन्टर फार एग्रीकल्चर टेक्नालॉजी ट्रान्सफर की स्थापना के एमओयू की अवधि बढ़ाये जाने से पूर्व फाउंडेशन के प्रतिनिधियों द्वारा कृषि मंत्री के सम्मुख विगत सात वर्षों से किए जा रहे कार्यों के संबंध में एक प्रस्तुतीकरण दिया। कृषि मंत्री द्वारा फाउंडेशन के कार्यों की गहन समीक्षा करते हुए कहा गया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा बुंदेलखंड के कुछ जिलों में भी फाउंडेशन को अपने कार्यों का विस्तार करना चाहिए।
कृषि निदेशालय लखनऊ के सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि एचसीएल फाउण्डेशन द्वारा हरदोई जिले में छोटे तथा मझोले किसानों की सहायता के लिए फसल विविधीकरण पोषण वाटिका, फार्म मशीनीकरण, प्रशिक्षण तथा कृषि उत्पादों के विपणन के लिए जो कार्य किए जा रहे हैं। उसका लाभ कम वर्षा वाले कृषि-प्रतिकूल क्षेत्रों के जिलों मुख्य रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा बुंदेलखंड में भी किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एमओयू की अवधि आगामी तीन वर्षों के लिए बढ़ाए जाने का आवेदन एचसीएल फाउंडेशन द्वारा दिया गया है, जिस पर शीघ्र विचार किया जाएगा।
इससे पूर्व एचसीएल फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने बताया कि उनके द्वारा हरदोई जिले के 76 हजार किसानों के साथ मिलकर पारंपरिक फसल संवर्द्धन, फसल विविधीकरण, पोषण वाटिका, फार्म मशीनीकरण, कृषि प्रशिक्षण तथा सामुदायिक संस्थान एवं कृषि उपज विपणन के क्षेत्र में विगत सात वर्षों से निरंतर कार्य किया जा रहा है। इससे किसानों की लागत में कमी तथा आय में कुल पांच गुना तक वृद्धि हुई है। फाउंडेशन द्वारा कृषि उत्पादों की बेहतर कीमत प्राप्त कराने के लिए 300 किसान समूहों के माध्यम से विपणन कार्य भी किया जा रहा है।
फाउंडेशन आगामी दिनों में पर्यावरण अनुकूल सुनियोजित प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है। इसके साथ ही एग्री इनफॉरमेशन सेंटर बनाकर कृषि तथा कृषकों के उन्नयन की सभी सूचनाओं को एक प्लेटफार्म पर उपलब्ध कराने की योजना को भी क्रियान्वित किया जा रहा है। इस अवसर पर कृषि निदेशक, एचसीएल फाउंडेशन के विविध क्षेत्रों के विशेषज्ञ तथा कृषि विभाग के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
उपेन्द्र/मोहित