‘ऊर्जा संकट : दीर्घकालिक समाधान’ विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित
जानकी शरण द्विवेदी
गोण्डा। श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज गोण्डा एवं स्वामी शुकदेवानंद कॉलेज शाहजहांपुर के भौतिकी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में रविवार को ‘ऊर्जा संकट : दीर्घकालिक समाधान’ विषय पर एक राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन एसएस कॉलेज शाहजहांपुर के भौतिक विज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर शिशिर शुक्ला ने किया। सर्वप्रथम श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज की एमएससी फाइनल की छात्रा कुमारी मनु सिंह द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। कॉलेज की प्राचार्य डॉ वंदना सारस्वत एवं एसएस कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर एके मिश्रा, आइक्यूएसी के कोऑर्डिनेटर डॉ अनुराग अग्रवाल ने अपने आशीर्वचन से कार्यक्रम को गति प्रदान किया। मुख्य अतिथि एवं प्रथम वक्ता बरेली कॉलेज बरेली के भौतिक विज्ञान विभाग के एचओडी डॉक्टर वीपी सिंह ने ऊर्जा को बुनियादी जरूरत बताते हुए अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन को भारत एवं विश्व के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने ऊर्जा संकट के समाधान के लिए सस्ती तकनीक विकसित करने की बात कही। बायोमास से ऊर्जा उत्पादन किए जाने पर जोर दिया।
दूसरे वक्ता एवं विशिष्ट अतिथि एमएस कॉलेज सहारनपुर के प्राचार्य डॉ एके डिमरी ने एनर्जी डेमोक्रेसी को आज की जरूरत बताया तथा उर्जा समावेशन को पंचायत स्तर पर लागू करने की बात कही। तीसरे वक्ता असिस्टेंट इंजीनियर ओएनजीसी अहमदाबाद (गुजरात) डॉ विनय कुमार शुक्ला ने फॉसिल फ्यूल एवं क्रूड आयल पर चर्चा किया। डीडीयू गोरखपुर के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अंबरीश कुमार श्रीवास्तव ने सुपर हैलोजन एनर्जी स्टोरेज मैटेरियल एवं लिथियम आयन बैटरी पर विस्तृत चर्चा किया। इस वेबीनार के संयोजक लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज के एचओडी, डिपार्टमेंट ऑफ फिजिक्स डॉ जितेंद्र सिंह ने इसकी प्रासंगिकता, ऊर्जा संकट तथा समाधान पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में इस वेबीनार के आयोजन सचिव असिस्टेंट प्रोफेसर संतोष कुमार श्रीवास्तव ने इस वेबीनार को आयोजित करने के उद्देश्य एवं धारणीय विकास के लिए स्वच्छ ऊर्जा की आवश्यकता पर चर्चा किया तथा सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।