उप्र के हर गांव में बनेगा खेल मैदान, प्रत्येक पंचायत में होगी ओपेन जिम : मुख्यमंत्री
लखनऊ (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओलम्पिक पदकवीरों के सम्मान समारोह के अवसर पर गुरुवार को यहां कहा कि राज्य सरकार खेल को बढ़ावा देने के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के हर गांव में खेल मैदान तथा प्रत्येक ग्राम पंचायत में ओपेन जिम बनवाने जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के अंदर मेरठ में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का निर्माण कार्य चल रहा है। यह स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मेजर ध्यानचंद के नाम पर स्थापित होगी। बताया कि वर्तमान समय में प्रदेश के तीन स्पोर्ट्स कॉलेज लखनऊ, गोरखपुर एवं इटावा में संचालित किए जा रहे हैं, जहां सभी सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
इसके पूर्व उन्होंने कहा कि आज खेल महाकुंभ में खेल प्रतिभाओं को सम्मानित करके उत्तर प्रदेश के सभी युवा खिलाड़ी स्वयं को सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश का ‘प्रयागराज कुंभ’ दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक व सांस्कृतिक आयोजन की पवित्र स्थली है। हम सभी का सौभाग्य है कि कुंभ की श्रृंखला में राजधानी लखनऊ में आयोजित ‘खेल महाकुंभ’ में प्रतिभाएं सम्मानित हुईं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के अंदर खेल प्रतिस्पर्धा को तेज करने के लिए और ‘खेलो इंडिया खेलो’ के तहत उत्तर प्रदेश को देश के अंदर अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। इसके तहत अब तक प्रदेश में 71 स्टेडियम, दो मिनी स्टेडियम, 68 बहुउद्देशीय हॉल, 38 तरणताल, 11 सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम, दो फ्लडलाइट सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम, 25 अत्याधुनिक जिम उपकरण के शूटिंग ग्रेड, 11 सिंथेटिक टेनिस कोर्ट, 11 कुश्ती हॉल आदि का विनिर्माण उत्तर प्रदेश के अंदर किया जा चुका है। बताया कि 16 खेलों के लिए यूपी के 19 जनपदों में 44 छात्रावास संचालित हो रहे हैं।
योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार दो खेलों को गोद लेगी। अगले 10 वर्षों तक उनका वित्तपोषण करेगी। इसमें से एक कुश्ती को और दूसरा हमारा खेल विभाग तय करेगा। उत्तर प्रदेश शासन की ओर से उन्हें आगामी 10 वर्षों तक हर प्रकार की प्रतिस्पर्धा में भागीदार बनने के लिए संसाधन उपलब्ध करवायेगी।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ में एक कुश्ती एकेडमी की स्थापना करेगी। कुश्ती प्रदर्शन ने हम लोगों के सामने प्रस्ताव पहले भी रखा था और हमने इस पर कार्यवाही प्रारम्भ की है। कुश्ती फेडरेशन के इस प्रस्ताव को राज्य सरकार ने अपनी सहमति दी है और हम लोग इसके लिए इन कार्यक्रमों के साथ जुड़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने यह भी निर्णय लिया है कि आवासीय क्रीड़ा छात्रावास में स्पोर्ट कॉलेज में अवासित खिलाड़ियों की जो डाइट मनी है, इसको हम लोग बढ़ा करके भारतीय खेल प्राधिकरण की भांति अब 250 रुपये से बढ़ा करके 375 रुपये प्रतिदिन प्रति खिलाड़ी करने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देश की टीम ने अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। भारतीय खिलाड़ियों ने 18 खेलों में प्रतिभाग करते हुए एक स्वर्ण, दो रजत, चार कांस्य यानी अब तक कुल सात पदक प्राप्त किए हैं और उत्तर प्रदेश से भी अब तक 10 खिलाड़ियों ने भारत के सबसे बड़े ओलम्पिक दल के साथ प्रतिभाग किया है।
बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश के अंदर खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। वृद्ध, अशक्त एवं विपदा ग्रस्त राज्य खिलाड़ियों को चार हजार रुपये प्रति माह, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को छह हजार रूपये प्रतिमाह और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को दस हजार रूपये प्रति माह वित्तीय सहायता प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान जा रही है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार और खेल रत्न पुरस्कार के क्षेत्र में पद्मश्री व पद्म विभूषण से सम्मानित खिलाड़ियों को भी बीस हजार रुपये प्रतिमाह वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।