उप्र: एनकाउंटर पर विपक्ष उठा रहा सवाल, सत्तादल ने एसटीएफ को दी बधाई

– उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने कहा, हत्यारों का यही हश्र होगा

– उमेश की मां और पत्नी ने मुख्यमंत्री पर जताया न्याय का भरोसा

लखनऊ (हि.स.)। उमेश पाल और दो पुलिस कर्मियों के जघन्य हत्याकांड में उत्तर प्रदेश की स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने मुख्य आरोपी और पांच-पांच लाख के इनामी असद और गुलाम को ढेर कर दिया है। दोनों के मारे जाने पर गुरुवार को राजनीतिक दलों की ओर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। सत्तापक्ष के नेताओं ने जहां एसटीएफ को कार्रवाई पर बधाई दी है तो वहीं विपक्षी दल इसे गलत ठहरा रहे हैं। जबकि उमेश पाल की पत्नी और मां ने एनकाउंटर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुलिस पर न्याय का भरोसा जताया है।

भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) उत्तर प्रदेश के आधिकारिक ट्विटर से पोस्ट में कहा गया कि प्रदेश में गुंडा और माफिया का राज नहीं चलेगा। कहा था मिट्टी में मिला देंगे। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने झांसी में हुए एनकाउंटर को लेकर अपने आधिकारिक ट्विटर से ट्वीट कर कहा कि यूपी एसटीएफ को बधाई देता हूं, उमेश पाल एडवोकेट और पुलिस के जवानों के हत्यारों का यही हश्र होना था!

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने ट्विटर लिखा कि ‘मिट्टी में मिल गया हत्यारा! स्व० उमेश पाल एडवोकेट के हत्यारों को यूपी एसटीएफ ने किया जमींदोज। एसटीएफ के जवानों को बहुत बहुत बधाई।’

इसी तरह उप्र सरकार में मत्स्य विभाग के मंत्री डॉ संजय कुमार निषाद ने माफिया अतीक के बेटे के एनकाउंटर को जीरो टालरेंस की नीति को लेकर सही बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा था कि माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे और अपराधियों पर कार्रवाई होगी। एसटीएफ द्वारा झांसी में की गई कार्रवाई उसी को बयां करती है। हमारी सरकार यूपी को भयमुक्त बनाना चाहती है। इस कार्रवाई के लिए मंत्री एसटीएफ टीम को दी बधाई।

उमेश की मां और पत्नी ने मुख्यमंत्री पर जताया भरोसा

उमेश पाल की पत्नी जया पाल और मां शांति पाल ने कहा कि योगी राज में देर है अंधेर नहीं है। सरकार जो कर रही है अच्छा कर रही है। दोनों ने ही मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया और कहा कि उन्होंने जो किया वह अच्छा किया है। हमने सब मुख्यमंत्री योगी पर छोड़ दिया है।

विपक्षी दलों के नेताओं ने साधा निशाना

समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर को झूठा और फर्जी बताते हुए प्रदेश की पुलिस पर सवाल उठाए हैं। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर दोहरे एनकाउंटर को झूठा बताया है। उन्होंने अपने ट्वीट पर लिखा है कि “झूठे एनकाउंटर कर भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं। आज के व हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जांच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए। सही-गलत के फैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है भाजपा भाईचारे के खिलाफ है।

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि ‘प्रयागराज के अतीक अहमद के बेटे व एक अन्य की आज पुलिस मुठभेड़ में हुई हत्या पर अनेकों प्रकार की चर्चाएं गर्म हैं। लोगों को लगता है कि विकास दुबे काण्ड के दोहराए जाने की उनकी आशंका सच साबित हुई है। अतः घटना के पूरे तथ्य व सच्चाई जनता के सामने आ सके, इसके लिए उच्च-स्तरीय जांच जरूरी है। उधर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा कि असद और गुलाम का एनकाउंटर मानवाधिकार का हनन है, उन दोनों को पुलिस ने उठाकर मार दिया है।

प्रयागराज में हुए उमेश पाल और दो सुरक्षा कर्मियों की हत्या में मुख्य आरोपी असद और गुलाम की तलाश में यूपी पुलिस और एसटीएफ की टीम जुटी थी। प्रदेश की पुलिस ने असद और गुलाम पर पांच-पांच लाख का इनाम घोषित किया था और गुरुवार को मिले इनपुट के बाद एसटीएफ की टीम और दोनों आरोपितों के बीच झांसी के परीक्षा बांध के पास मुठभेड़ हुई है, जिसमें पुलिस की गोली लगने से असद और गुलाम की ढेर हो गए। बताया जा रहा है कि मारे गए दोनों आरोपितों द्वारा गुजरात से पेशी पर लाए जा रहे माफिया अतीक अहमद को छुड़ाने की साजिश रची गई थी, जिसे एसटीएफ ने नाकाम कर दिया।

मोहित वर्मा

error: Content is protected !!