उपमुख्यमंत्री ने टोंस नदी पर दो लेन सेतु का किया शिलान्यास एवं भूमिपूजन

प्रयागराज (हि.स.)। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने नाबार्ड योजना के अन्तर्गत जनपद में नारी बारी से कोरांव को जोड़ने वाले मार्ग पर क्षतिग्रस्त एक्वाडक्ट के बगल में टोंस नदी पर बनने जा रहे दो लेन सेतु का शिलान्यास एवं भूमिपूजन रविवार को किया। इस परियोजना की कुल लागत 6256.24 लाख तथा सेतु की लम्बाई 718.88 मीटर है।
 उन्होंने बारा और कोरांव तहसील के दोनों तरफ भूमि पूजन कर निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया। परियोजना के पूर्ण होने का समय 24 माह निर्धारित है एवं सेतु का निर्माण उप्र राज्य सेतु निगम लिमेटेड द्वारा किया जायेगा। उपमुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस सेतु के बनने से बारा और कोरांव के लोगों को यातायात में सुगमता होगी और समय की बचत होगी। भारी वाहनों को पुराने हो चुके पुल पर आने-जाने में असुविधा का सामना करना पड़ता था, इससे भारी वाहनों को लम्बा चक्कर लगाकर अपने गन्तव्य तक जाना होता था। इस सेतु के बन जाने से इस समस्या से भी निजात मिलेगी। भारी वाहन कम समय से फर्राटा भरते हुए अपने गन्तव्य स्थान तक पहुंच सकेंगे। इससे इस क्षेत्र विकास कार्य तेज गति से होगा। 
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों की यह पुरानी मांग चली आ रही थी, जिसको हमारी सरकार ने पूरा किया। उन्होंने उपस्थित सेतु निगम अधिकारियों से कहा कि पुल के निर्माण कार्य को तय समय से पहले ही पूरा कर लिया जाये। हमारी सरकार क्षेत्र के सम्पूर्ण विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है। 
प्रयागराज में विकास को गति प्रदान करने के लिए व जाम की समस्या से निजात के लिए पिछले कुछ वर्षो में कई पुलों व आरओबी का निर्माण कार्य कराया गया है। इसके अलावा कई पुलों और आरओबी का निर्माण कार्य प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज को चारों ओर से रिंग रोड से जोड़ा जा रहा है। हमारी सरकार प्रयागराज के साथ-साथ प्रदेश के सभी जनपदों में विकास की गंगा बहा रही है। 
इसी तरह के आरओबी और पुलों का निर्माण कार्य लगभग हर जनपदों में चल रहा है। उन्होंने जसरा में लगने वाले जाम की समस्या के वहां के लोगों को निजात दिलाने के लिए जसरा रेलवे फाटक पर आरओबी के निर्माण कार्य शुरू कराने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर सांसद इलाहाबाद रीता बहुगुणा जोशी, सांसद फूलपुर केशरी देवी पटेल, विधायक कोरांव राजमणि कोल, विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी, विधायक अजय भारतीय सहित अन्य जन प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि टोन्स नदी पर लगभग 65 वर्ष पूर्व बना पुल अब पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। जिसके कारण कई वर्षों से बड़े वाहनों के आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया गया था। पूर्व में बने इस पुल के बीचों-बीच एक नहर भी निकाली गई थी, जो बताया जाता है कि अंग्रेजों के समय बनी थी। जिसकी स्थिति अब जर्जर हो चुकी है।  

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