उड़ीसाः ‘यास’ के लैंडफाल में देरी, दोपहर में दे सकता है दस्तक

भुवनेश्वर (हि.स.) बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात यास का जहां पहले बुधवार तड़के लैंडफाल का अनुमान लगाया जा रहा था, अब उसमें सामान्य विलंब हो रहा है। अब यह दोपहर में लैंडफाल कर सकता है। राज्य के विशेष राहत कमिशनर प्रदीप्त जेना ने एसआरसी कार्यालय में पत्रकारों को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि आईएमडी से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती देर रात से तूफान के आगे बढ़ने की गति थोड़ी धीमी हो गई है। यह चक्रवात पहले 15 से 17  किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा था लेकिन बीती रात से इसके आगे बढ़ने की प्रक्रिया 12 किमी प्रति घंटा हो गयी है। इसी वजह से इसके लैंडफाल में देरी हो सकती है। अब यह दोपहर में लैंडफाल कर सकता है।

उन्होंने बताया कि आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र के साथ उनकी बातचीत हुई। उनका कहना है कि चक्रवात यास का इंटेनसिफेकेशन हो चुका है तथा और इंटेनसिफिकेशन की संभावना नहीं है। इस कारण  इसके लैंडफाल के समय 150-160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने का जो अनुमान लगाया जा रहा था, इससे कम रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। उन्होंने कहा कि अब 130-140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना है।

उन्होंने कहा कि धामरा व बालेश्वर के बीच इस चक्रवात के लैंडफाल को लेकर जो अनुमान लगाया गया था उसी के आसपास ही इसके लैंडफाल करने की संभावना है। इसे लेकर हम पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कल रात तक पांच लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया था। यह कार्य देर रात तक चला था। इसके बारे में ताजा अपडेट थोड़ी देर में जारी किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अभीतक कहीं से अधिक नुकसान की खबर नहीं है । कुछ स्थानों पर पेड़ गिरे हैं लेकिन उसकी संख्या कम है। 

उन्होंने लोगों से अपील की वे घरों में रहें तथा जबतक प्रशासन इस बात को न बताये कि तूफान जा चुका है, वे घरों के अंदर ही रहें। उन्होंने युवाओं से फिर से अपील करते हुए कहा कि वे सेल्फी लेने व वीडियो बनाने के लिए अपनी जान को जोखिम में न डालें ।

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