असमः तीन अपहृत ओएनजीसी कर्मचारियों में दो मुक्त, तीसरे की तलाश में अभियान जारी
मौके से एके-47 रायफल भी मिली, तीसरे अपहृत की तलाश जारी
अरविंद
चराईदेव (असम) (हि.स.)। ओएनजीसी के अपहृत तीन कर्मचारियों में से दो को बीती रात नगालैंड के मोन जिला के पहाड़ी क्षेत्र से बरामद कर लिया गया है। तीसरे अपहृत की तलाश के लिए सुरक्षा बलों का अभियान जारी है। यह अभियान सेना व असम रायफल के जवानों ने संयुक्त रूप से मिलकर चलाया था। अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने एक एके-47 रायफल भी मौके से बरामद किया है। चराईदेव के पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि तलाशी अभियान जारी है। जल्द ही तीसरे कर्मचारी को भी बरामद कर लिया जाएगा।
अपहृत व्यक्तियों में मोहिनी मोहन गोगोई (35, जूनियर टेक्नीशियन, प्रोडक्शन, डिब्रूगढ़) रितुल सैकिया (33, जूनियर टेक्नीशियन, प्रोडक्शन, जोरहाट) और अलकेश सैकिया (28, जूनियर इंजीनियरिंग असिस्टेंट, प्रोडक्शन, जोरहाट) शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि शिवसागर जिला के लकुआ स्थित ओएनजीएस के जीजीएस 08 साइट से तीन कर्मचारियों का गत 21 अप्रैल की तड़के संदिग्ध पांच सदस्यीय उल्फा (स्वाधीन) उग्रवादियों ने अपहरण कर लिया था। पुलिस सूत्रों ने दावा किया है कि तीनों कर्मचारियों का अपहरण एंबुलेंस के जरिए किया गया था। उग्रवादी तोनों लेकर चराईदेव जिला होते हुए नगालैंड के मोन जिला में प्रवेश किया था। इस जानकारी के आधार पर ही सेना, असम रायफल व अन्य सुरक्षा एजेंसियां तलाशी अभियान में जुट गयी थी।
असम के स्पेशल डीजीपी (लॉ एंड आर्डर) जीपी सिंह 21 अप्रैल की सुबह शिवसागर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गये। इस अपहरण कांड के संबंध में पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे अभियान का नेतृत्व करते हुए इलाके में अब तक वहां डेरा डाले हुए हैं।
वहीं, पुलिस ने उल्फा (स्व) के 14 लिंकमैनों और समर्थकों को गिरफ्तार किया है जो प्रतिबंधित संगठन की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस दौरान मदद कर रहे थे।