असग़र गोंडवी फॉउंडेशन गोंडा के तत्वावधान में 7वीं तरही शेरी नशिस्त शहर के मारूफ़ शाइर और नक़्क़ाद नियाज़ अहमद सहर की 13वीं पुण्य तिथि पर आयोजित
20 मई 2023 की रात असग़र गोंडवी फॉउंडेशन की जानिब से परवेज़ आलम ख़ान के मेवातियान स्थित आवास पर एक तरही शेरी नशिस्त नियाज़ अहमद सहर की 13वीं बरसी पर आयोजित की गई। जिसकी सदारत दरियाबाद से तशरीफ़ लाए उस्ताद शाइर रहबर ताबानी ने की जबकि निज़ामत अफ़सर हसन ने की। नशिस्त की सरपरस्ती जमील आज़मी ने फ़रमाई।
मुख्य अतिथि समाज सेवी अफ़सर हुसैन ने कहा कि ऐसी नशिसतें होती रहनी चाहिए जिससे लोगों में भाषा की सही समझ पैदा हो सके, उन्होंने ये भी कहा कि ये नशिस्तें हमारी संस्कृति का हिस्सा हैं, समाज को इन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए।
मुजीब सिद्दीक़ी और जमील आज़मी ने सहर साहब की ज़िन्दगी और शाइरी पर रोशनी डालते हुए कहा कि वह एक माहिर आलोचक और जानकर शाइर थे लोग उनके ज्ञान और शाइरी का लोहा मानते थे। साथ ही साथ वो एक खुद्दार आदमी थे जिन्होंने तीन नौकरियों को छोड़कर खुद का काम किया।
नशिस्त का आग़ाज़ अज़्म गोंडवी की नात से हुआ। इसके बाद सभी शायरों ने तरही मिसरे “गुलशन की फिक्र कीजिए गुलशन बचाइए” पर अपने कलाम पेश किए।
मेरी नज़र में गोशा नशीनी है बुज़दिली
मर्दों की तरह वक़्त से आँखें मिलाइए
रहबर ताबानी दरियाबादी
मज़लूम ही की आह से हिलने लगा है अर्श
ख़ौफ़े ख़ुदा से डरिये इन्हें मत सताइए
जमील आज़मी
मुझको बुझा सकेंगी न नफ़रत की आँधियाँ
मैं वो चराग़ हूँ कि हवा में जलाइए
डॉ असलम हाशमी
क्यों जिस्म को बचाइए क्यों मुर्दा कीजे रूह
बेहतर ये है गुनाहों से दामन बचाइए
मुजीब सिद्दीकी
मुश्किल बहुत है काम यह आसान तो नहीं
दुश्मन को बढ़ के खुद ही गले से लगाइए
नियाज़ क़मर
ये काम आपके लिए कोई नया नहीं
मक़तूल पर ही क़त्ल की तोहमत लगाइए
आफ़ाक़ अंजुम फखरपुरी
हम आपसे बिछड़ के भी जिंदा हैं आज तक
धड़कन सुनाएँ आपको हम, हाथ लाइए
शरफ़ उतरौलवी
जिसको बुझा सके न ज़माने की आँधियाँ
ऐसा चराग़ अपने लहू से जलाइए
शफ़क़ बहराइची
मत कीजे ग़म जो होना है होकर रहेगा अज़्म
खुश रखिए खुद को हँसिये ज़रा मुस्कुराइए
अज़्म गोंडवी
मेहमान दौरे नव के भी जौहर अजीब हैं
अक्सर ये कहते रहते हैं घर पर बुलाइए
वसीम जौहर नगरौरी
जिसको ज़रा सी आपकी रास आए न खुशी
बेहतर है ऐसे दोस्त से दुश्मन बनाइए
तारिक़ हाशिम बहराइची
इनके अलावा ज़ौक़ जरवली, नज़ीर गोंडवी, इब्राहिम दानिश, आमिल गोंडवी, नजमी कमाल, डॉ आफताब आलम, आतिफ़ गोंडवी, अंजुम वारसी, मुजीब अहमद, जमशेद वारसी, अफ़सर हसन, हैदर गोंडवी, ईमान गोंडवी, अरबाज़ ईमानी, अभिषेक श्रीवास्तव, अल्हाज गोंडवी ने भी अपने अपने कलाम पेश किए।
इस मौके पर डॉ हबीबुल्लाह, सुनील आनंद, फ़ैज़ बारी, इंजीनियर नावेद, अनस मेवातियान, निज़ामुद्दीन, सलीम ज़हीन, वक़ार हरचन्दवी, सुफियान मुजीब, आरिफ सिद्दीकी, अतीकुर्रहमान वग़ैरा ख़ास तौर से मौजूद रहे।
अंत में परवेज़ आलम ने सभी मेहमानों का शुक्रिया अदा किया।
प्रेषक
आतिफ़ गोंडवी
जरनल सेक्रेटरी
असग़र गोंडवी फॉउंडेशन गोंडा
7007 458861