अयोध्या में साधुओं के दो गुट आपस में भिड़े
संवाददाता
अयोध्या। राम नगरी के राघव कुंज मंदिर में चल रहे गद्दी के विवाद में साधुओं के दो गुट बुधवार की देर शाम आपस में भिड गए। सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर कोतवाल सुरेश पाण्डेय के अलावा एसपी सिटी विजयपाल सिंह व सीओ सिटी अरविंद चौरसिया मय पुलिस बल पहुंच गये। फोर्स के पहुंचने पर उभयपक्षों के हुड़दंगी फरार हो गये। इस बीच स्वयं को मंदिर का महंत बताने वाले साधु रामलगन दास ने आरोप लगाया कि उसे छोटी छावनी की ओर से कुछ लोगों ने मारा पीटा और बाहर खींचकर ले जाना चाहते थे। पुलिस के कारण वह भाग गये। फिलहाल मौके पर फोर्स तैनात कर दी गयी है और चोटहिल साधु को मेडिकल के लिए भेजा गया।
मिली जानकारी के अनुसार, करीब एक माह पहले भी मंदिर के महंत कमल दास की मृत्यु के बाद भी इसी प्रकार का विवाद हुआ था। इस प्रकरण में पुलिस रिपोर्ट के आधार पर रेजीडेंट मजिस्ट्रेट केडी शर्मा ने जांच शुरू कर दोनो पक्षों से अपना-अपना दस्तावेज प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही तब तक के लिए उभयपक्षों को मौके पर शांति व्यवस्था कायम रखने का आदेश दिया था। आरएम श्री शर्मा ने बताया कि उन्होंने विवादित स्थान पर दो आरक्षियों की ड्यूटी लगाने का भी निर्देश दिया था। मालूम हो कि मंदिर के पूर्व महंत आदित्य दास की एक साल पहले मृत्यु के बाद उनके शिष्य कमल दास महंत बने थे लेकिन उनका भी साकेतवास एक माह पहले हो गया। इस दौरान उनके गुरुभाई रामलगन दास अपनी दावेदारी जता रहे हैं। इसके विपरीत छोटी छावनी की ओर से कहा जा रहा है कि महंत कमल दास का कोई शिष्य नहीं था और उन्होंने मंदिर छोटी छावनी को समर्पित कर दिया था। इसी विवाद में बुधवार की शाम छोटी छावनी से एक विद्यार्थी को राघव कुंज में रखने के लिए कहा गया लेकिन रामलगन दास तैयार नहीं हुए जिससे कहासुनी हुई। इस दौरान उन्होंने हनुमानगढ़ी के कुछ सहयोगियों को सहायता के लिए फोन कर दिया। इसके बाद मारपीट की नौबत आ गयी।