अयोध्या में रामलला के दर्शन को भक्तों की उमड़ी भीड़, मुख्यमंत्री योगी ने की संयम की अपील
– योगी की रणनीति लाई रंग, प्रमुख सचिव व डीजी ने संभाली कमान
– जय श्रीराम का नारा लगाते बढ़ते जा रहे हैं श्रद्धालु
– मंंगलवार के मुकाबले आज भीड़ सामान्य
– मंगला आरती से दर्शन शुरू
अयोध्या (हि.स.)। श्रीराम मंदिर में बुधवार को भी रामभक्तों में प्रभु श्रीराम का दिव्य दर्शन करने का जबरदस्त उत्साह है। मंगला आरती के साथ ही दर्शन निरंतर जारी है।
मौके पर प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार और स्थानीय अधिकारी मौजूद हैं। मंंगलवार के मुकाबले आज भीड़ सामान्य है। शासन से भेजे गए अधिकारियों की रणनीति रंग लाई है। गर्भगृह में मौजूद वरिष्ठ अधिकारी सुबह से ही श्रद्धालुओं को व्यवस्थित तरीक़े से लाइन में लगाकर दर्शन करा रहे हैं। श्रद्धालु जय श्रीराम का नारा लगाते बढ़ते जा रहे हैं।
अयोध्या में उमड़े लाखों श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राउंड जीरो पर खुद कमान संभाल रखी है। मुख्यमंत्री ने देश के हर कोने से आ रहे श्रद्धालुओं से संयम और सहयोग की अपील की है।
आस्थावानों की भावना का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है कि अयोध्या में उमड़े जनसमुद्र के बीच सबको रामलला के दर्शन हों, इसके लिए संयम बनाए रखें। ऐसे में सभी लोग श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास, स्थानीय पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों का सहयोग करें।
उन्होंने कहा है कि सरकार, न्यास और प्रशासन प्रत्येक रामभक्त को सुविधापूर्वक दर्शन कराने का प्रयास कर रहा है।
चौंकाने वाला था मंदिर के बाहर का दृश्य, खुद योगी को आना पड़ा रामनगरी
प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंगलवार को जब मंदिर के पट खुले तो परिसर के बाहर का दृश्य प्रशासन को चौंकाने वाला था। लाखों की संख्या में श्रद्धालु रामलला की चौखट पर खड़े थे। उल्लास से परिपूर्ण रामभक्तों को रोकने में सुरक्षा कर्मियों के भी पसीने छूट गए। सुरक्षा तंत्र की तैयारी धरी की धरी रह गई थी। पाबंदियां भी आस्था के कदम रोकने में असहाय दिखीं। भक्त पैदल एवं गांव गलियों से होकर लोग रामनगरी पहुंच रहे थे। श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने में सुरक्षा कर्मियों को पसीना छूट गया था। भीड़ नियंत्रण प्रबंधों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद रामनगरी आना पड़ा।
प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद एवं पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार यहां पहले से ही कैंप कर रहे हैं। दोनों वरिष्ठ अधिकारी स्वयं गर्भगृह में दर्शन व्यवस्था की कमान संभाले हैं।
कमलेश्वर शरण