अब थानों में नहीं संवेदनशील क्षेत्रों में होगी बैठकें, युवाओं को दोस्त बनायेगी पुलिस

मोहसिन हिंदुस्तानी
गोण्डा। वर्तमान में चल रहे माहौल को लेकर पुलिस ने भी अब एक्शन प्लान बदलना शुरू कर दिया है। शांति कमेटी की बैठकें अब थानों में नहीं बल्कि संवेदनशील क्षेत्रों में होगी। इसके लिए डीआईजी ने निर्देशित किया है। इसके साथ ही कम्यूनिटी पुलिसिंग के तहत युवाओं को जोड़ा जायेगा। इसके लिए रविवार को डीआईजी उपेन्द्र कुमार अग्रवाल ने निर्देश दिए हैं।
डीआईजी ने बताया विगत शुक्रवार को कतिपय जनपदों में जुमे की नमाज के पश्चात् शान्ति व्यवस्था भंग होने के मद्देनजर परिक्षेत्र के समस्त जनपद प्रभारियों व थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में निवास करने एवं संवेदनशील स्थानो का भ्रमण कर संवेदनशीलता कम करने के लिए निर्देशित किया गया है। अभी तक जनपदों में शान्ति समिति की बैठकें थाना एवं पुलिस कार्यालय आदि में आयोजित की जा रही थी।निर्देशित किया गया है कि यह बैठकें अगले 5 दिवसों में थानों पर आयोजित न होकर संवेदनशील मोहल्ले, वॉर्डो, गाँवों आदि में हों एवं छोटी-छोटी संख्या में लोगों को एकत्रित कर की जाएं। यह बैठके मुख्य रूप से मिश्रित आबादी के बीच एवं संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार की जाएं एवं मोहल्ले वार्ड, गांव के जिम्मेदार लोगों को चयनित कर उनके अपने क्षेत्र में कानून- व्वयस्था बनाये रखने की जिम्मेदारी दी जाये। इसके अलावा जो नयी उम्र के लड़के / युवाओं को हिंसक प्रदर्शनों में सम्मिलित न हो इसके लिए उनके परिवारीजनों एवं बच्चों की काउन्सलिंग कर उनसे कानून-व्यवस्था बनाये रखने हेतु सहयोग मांगा जाए। सोशल मीडिया पर अनावश्यक की टिप्पणी न करने की नसीहत दी जाये। मुख्य रूप से कम्युनिटी पुलिसिंग का दायरा बढ़ाते हुए ज्यादा से ज्यादा नई उम्र के युवाओं को थाना / पुलिस से जोड़ा जाए एवं कानून-व्यवस्था में उनका सहयोग लिया जाए। शान्ति समिति की गोष्ठी प्रत्येक दशा में उन क्षेत्रों में ही आयोजित हो एवं कम से कम उप निरीक्षक स्तर का अधिकारी / चौकी प्रभारी सन्तुलित शब्दों का प्रयोग करते हुए एक तरफ अराजक तत्वों को सख्त हिदायत भी दें।

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