अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम विरोध दिवस: बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना आवश्यक
फिरोजाबाद(हि.स.)। अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम विरोध दिवस पर रविवार को चिराग सोसायटी द्वारा एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन नगर के रामलीला मैदान में किया गया। जिसमें बाल श्रम पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम में उपस्थित चिराग संस्था के निदेशक डॉ जफर आलम ने कहा इस सरकार को बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मजबूत कार्यक्रम बनाने चाहिए। उन्होंने कहा कि विभाग के मुताबिक 8000 लगभग बच्चे बाल श्रमिक हैं और जो सर्वे में पाए गए है। इन बच्चों के लिए ठोस कार्यक्रम अभी तक नहीं बनाया गया है। बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना बहुत आवश्यक है। इस कार्यक्रम में छोटे-छोटे बच्चे हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियां बाल श्रम बंद करो, बाल श्रम अपराध है, काम नहीं कलम चाहिए, जैसे नारे लगा रहे थे।
डॉक्टर जफर आलम ने कहा कि चिराग सोसाइटी पिछले 25 वर्षों से बाल श्रम के विरुद्ध अभियान चला रही है और सैकड़ों बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा गया है।
हरिओम वर्मा पार्षद ने कहा कि मैं पिछले 25 वर्षों से देख रहा हूं चिराग सोसाइटी बहुत अच्छे विषय पर काम कर रही है जो बच्चे सबसे ज्यादा कमजोर और लाचार होते हैं ऐसे बच्चों को संरक्षण देना तथा बाल श्रम को रोकने एवं बच्चों को विद्यालय में प्रवेश कराने की सलाह देना तथा बच्चों के साथ किसी भी हिंसा के लिए चिराग सोसाइटी हमेशा तैयार रहती है। इसके लिए संस्था द्वारा संचालित चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 का प्रचार प्रसार किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि बच्चों के हित में और भी मजबूत कार्यक्रम बनाएं ताकि बच्चों को बाल श्रम से रोका जा सके।
मुख्तार आलम ने कहा कि हम प्रतिदिन प्रयास करते हैं कि किसी भी स्थिति में हमारा देश व प्रदेश एवं जिला बाल श्रम मुक्त हो।
इस अवसर पर पार्षद प्रमोद राजोरिया, जीत चांदना, समरीन, शाहनवाज खान, दिलीप कुमार शर्मा, मोहम्मद परवेज, आरिफ खान के अतिरिक्त संस्था के बाल वॉलिंटियर्स ने भी बाल श्रम पर चर्चा की।
कौशल