अभिनेत्री सोनी राजदान ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कमेंट्स सेक्शन को बंद कर दिया है। सोनी राजदान बॉलीवुड की उन हस्तियों में शामिल हो गई हैं जिन्होंने सोशल मीडिया पर अभद्र प्रतिक्रिया से दूर रहने के लिए इंस्टाग्राम पर अपनी कमेंट्स सेक्शन को बंद कर दिया। इसकी जानकारी सोनी ने एक पोस्ट शेयर कर दी है। सोनी राजदान फिल्ममेकर महेश भट्ट की दूसरी पत्नी हैं और अभिनेत्री आलिया भट्ट की मां हैं। सोनी राजदान से पहले आलिया भट्ट ने भी सोशल मीडिया पर कमेंट सेक्शन को बंद कर दिया था।
सोनी ने इंस्टाग्राम पर पृथ्वी की एक जैसी दो तस्वीरें शेयर की हैं, जिस पर दुनिया आपके ओपिनियन से पहले और बाद में लिखा हुआ है। सोनी ने अपने पोस्ट में लिखा-‘इसे प्यार करना। मेरे इंस्टाग्राम पोस्ट पर आप सभी की प्रतिक्रिया और कमेंट्स से प्यार था। अफसोस की यह बात है कि मुझे यह बंद करना पड़ा। क्योंकि उस पर गंदे, अपमानजनक और बकवास कमेंट्स आ रहे थे। कुछ स्वार्थी लोगों के अलावा कमेंट्स में उन लोगों के नाम लिखे जाते हैं जिनसे वे या तो ईर्ष्या करते हैं, या फिर जिन्हें इसी काम के लिए रखा गया है। पर्दे के पीछे बहुत सी लड़ाइयां चल रही हैं जिनसे हम में से अधिकांश अनजान हैं, लेकिन फिर भी चल रहे हैं। कोई बात नहीं। मैं जल्द ही आप सभी के कमेंट्स सेक्शन पर आ जाऊंगी। तब तक इन मूर्खों को नफरत करने के लिए कोई और निशाना मिल जाएगा। इस बीच सिर्फ एक बात याद रखें। मैं आप लोगों से प्यार करती हूं और आपका दिया हुआ प्यार भी याद आता है।’

सोनी की बेटी अभिनेत्री आलिया भट्ट भी एक फिल्मी परिवार से आने के लिए ट्रोलर्स का निशाना बन चुकी हैं। युवा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद से बॉलीवुड में नेपोटिज्म का मुद्दा चर्चा में है। बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर बहस तेज हो गई है। कई बड़े स्टार्स को सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है। कई स्टार्स ने अपने ट्विटर अकाउंट को बंद कर दिया है और कइयों ने अपने कमेंट सेक्शन को हटा दिया है।हाल में आलिया भट्ट की मां सोनी राजदान ने भी नेपोटिज्म के मुद्दे पर अपना रिएक्शन दिया था। निर्देशक हंसल मेहता ने नेपोटिज्म को लेकर बात की थी। वहीं सोनी राजदान ने हंसल मेहता के उन सवालों का जवाब देते लिखा था कि किसी चर्चित शख्सियत का बेटा या बेटी होने पर लोगों को आपसे उम्मीदें भी बहुत ज्यादा होती हैं। यह भी है कि आज जो भाई-भतीजावाद के बारे में बोल रहे हैं उनके खुद के भी एक दिन बच्चे होंगे। और अगर वे इंडस्ट्री में शामिल होना चाहते हैं तो क्या वे उन्हें ऐसा करने से रोकेंगे। हंसल मेहता ने ट्वीट किया था कि नेपोटिज्म की इस बहस को और ज्यादा व्यापक होना चाहिए। इसके लिए भी मेरिट सबसे ज्यादा देखी जाती है। मेरी वजह से मेरे बेटे को दरवाजे के भीतर कदम रखने दिया गया और क्यों नहीं। क्योंकि वह मेरे अच्छे काम का एक अभिन्न हिस्सा रहा है। क्योंकि वो टैलेंटेड है, अनुशासित है, मेहनती है और उसमें भी मुझे जैसे गुण हैं। इसलिए नहीं कि वह मेरा बेटा है।
सोनी राजदान के ट्वीट को शेयर करते हुए हंसल मेहता ने उनकी बात का सपोर्ट करते हुए लिखा था कि कुछ लोगों को निशाना बनाते हुए बहस को छोटा कर दिया गया है। भाई-भतीजावाद खत्म होने से पहले हमें पाखंड और निहित स्वार्थ प्रचार को कम करने की दिशा में काम करना चाहिए। बुली करना बंद होना चाहिए। सोनी राजदान सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं। वह अक्सर समसामयिक मुद्दों पर अपनी राय रखती रहती है।
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