सुलझता नजर आ रहा कुशीनगर एयरपोर्ट विस्तार का मामला, सांसद विधायक कर रहे मध्यस्थता
कुशीनगर (हि. स.)। कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट विस्तार में भूमि व भवन अधिग्रहण का मामला सुलझता नजर आ रहा है। किसान अपनी शर्तों से कुछ हद तक पीछे हटते दिख रहे हैं। प्रशासन ने खुद के प्रयास विफल होते देख सांसद व विधायक से मध्यस्थता करने का आग्रह किया था। जिसके बाद सांसद विजय दुबे व विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी ने किसानों से अलग-अलग व समूह में कई दौर में वार्ता की थी।
सर्किल रेट से दो गुने मुआवजे पर किसान कृषि योग्य भूमि को देने पर तैयार दिख रहे हैं। भवन की भूमि के लिए किसानों की मांग चार गुने मुआवजे की या जमीन के बदले जमीन की है। भवन के निर्माण के लिए वर्तमान दर के अनुसार मुआवजे पर किसान सहमत हैं। भूमि अधिग्रहण से कसया तहसील के छह गांव क्रमशः भलुही मदारी पट्टी, परसहवा, नकहनी, खोराबार, नारायणपुर, बेलवा दुर्गा राय के 326 किसानों की 1.9397 एकड़ भूमि जद में आ रही है।
भलुही के 49 व बेलवा के 23 लोगों के भवन भी विस्तार की जद में आ रहे हैं। प्रभावित सभी लोगों व प्रशासन के बीच मुआवजा को लेकर विवाद है। प्रशासन सर्किल रेट से भूमि का मूल्य व निर्माण बर्ष के अनुसार भवन का मुआवजा दे रहा था, पर किसान नहीं मानें। जब किसान व प्रशासन के बीच मध्यस्थता कर मामला सुलझाने के लिए सांसद व विधायक आगे आए तो प्रशासन प्रभावित लोगों को सर्किल रेट से दो गुना व वर्तमान दर से भवन का मुआवजा देने की बात कह रहा है। किन्तु भवन की भूमि के मुआवजे को लेकर पेंच फंसा हुआ है। इसके लिए जल्द ही पुनः बैठक की बात हो रही है। जमीन अधिग्रहण का यह पेंच एयरपोर्ट को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को सौंपे जाने के बाद से उभराहै।
प्राधिकरण उड़ान के लिए लाइसेंस हासिल करने के लिए महानिदेशक सिविल एविएशन (डीजीसीए) में गया तो डीजीसीए ने आपत्ति लगा दी। मध्य रन वे से चहारदीवारी तक की दूरी के मानक पर कुल नौ स्थान चिन्हित किए गए जहां भूमि कम पाई गई। भूमि के लिए सर्वे हुआ तो 72 भवन व 1.9397 हे. भूमि विस्तार की जद में आ गई।
विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी ने बताया कि जल्द ही किसान व प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की बैठक पुनः होगी। जो भी इश्यू हैं उन्हें सुलझा लिया जाएगा। किसान व जनता का हित सर्वोपरि है, इस पक्ष का कत्तई कोई नुकसान नही होने दिया जाएगा।