वर्ग विशेष को प्रसन्न करने के लिए स्वं. कल्याण सिंह श्रद्धांजलि सभा में नहीं पहुंचे सपा और कांग्रेस के लोग : साक्षी महाराज
लखनऊ (हि.स.)। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कल्याण सिंह की श्रद्धांजलि सभा से लेकर अंतिम यात्रा तक राजनैतिक दल के तमाम हस्तियां मौजूद रही। लेकिन समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस पार्टी की ओर से सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा के ना पहुंचने पर अब राजनीति गरमा गई है। भाजपा के दिग्गज नेता व उन्नाव सांसद ने इन नेताओं पर तीखे प्रहार किए हैं।
साक्षी महाराज ने मंगलवार को जारी अपने एक बयान में कहा कि राम भक्त स्व. कल्याण सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहे। उनके अंतिम संस्कार कार्यक्रम में अलीगढ़ के नरौरा घाट पर वे स्वयं मौजूद थे। आपार भीड़ थी, ऐसा लग रहा था कि मानो कुंभ का मेला लगा हो। लेकिन बहुत दुर्भाग्य की बात है कि इस पूरे घटना क्रम में जो तीन दिन चला, इसमें कही भी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व उनके िपता मुलायम सिंह कही भी नहीं दिखायी दिए।
यू तो अखिलेश यादव कहने के लिए पिछड़ों की राजनीति करते है और पिछड़ों का सबसे बड़ा नेता हिन्दुस्तान का। जिस नेता ने इनके बाप की लाज बचायी। समाजवादी पार्टी का सहयोग भी किया। सरकार में भी सहभगिता बरती। अब क्या कारण रहे कि राजनीति में तुष्टीकरण के आधार पर व्यक्ति नैतिकता को इस तरह से तार-तार कर देगा। यह बहुत ही निदंनीय और चिंता का विषय है। राजनीति में इतने नैतिक मूल्यों की अवेहलना नहीं होनी चाहिए।
अखिलेश के परिवार से व मुलायम सिंह से कल्याण सिंह के शोहार्दमय संबंध थे। समय-समय पर एक-दूसरे के सहयोगी भी थे। पर राजनैतिक दलगत की अपेक्षाएं अलग होती है और नैतिकता का तकाजा अलग होता है। इनसे अच्छी तो बहन मायावती निकल गई, जिन्होंने आकर श्रद्धासुमन अर्पित किए। तो यह बहुत ही निंदनीय, घृणित एक व्यवहार स्तरीय अखिलेश यादव ने कल्याण सिंह को लेकर करके किया है और कांग्रेस ने भी। कांग्रेस की चाहे सोनिया गांधी हो, राहुल हो या फिर प्रियंका हो किसी ने उचित नहीं समक्षा। इनके पीछे केवल वोटों के लिए एक वर्ग विशेष को प्रसन्न करना था।
भाजपा सांसद ने कहा कि मैं इस बात की कड़ी निंदा करता हूं और आने वाले समय में अखिलेश यादव व कांग्रेस को इसका जवाब जनता देगी।