लखनऊ में बिना फिटनेस के चलने वाले स्कूल वाहनों पर होगी सख्त कार्रवाई
लखनऊ (हि.स.)। परिवहन विभाग ने राजधानी लखनऊ में बिना फिटनेस के चलने वाले स्कूल वाहनों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बच्चों के स्कूल खुलने के बाद अब बिना फिटनेस के पकड़े जाने वाले स्कूल वाहनों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
परिवहन विभाग लखनऊ के सभी स्कूल प्रबंधकों को वाहनों की फिटनेस कराने का नोटिस पहले ही जारी कर चुका है। नोटिस में कहा गया है कि जिन स्कूल वाहनों की फिटनेस की वैधता खत्म हो गई है, वे समय से पहले फिटनेस करा लें अन्यथा स्कूल खुलने के बाद चेकिंग के दौरान बिना फिटनेस के पकड़े जाने वाले वाहनों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल लखनऊ में करीब तीन हजार स्कूल वाहन आरटीओ में पंजीकृत हैं। इनमें 1200 बसें और 1800 वैन शामिल हैं। इन वाहनों से कोरोना काल के पहले करीब 35 हजार छात्र-छात्राएं स्कूल जाते-आते थे।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी अखिलेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि कोविड-19 की वजह से लम्बे समय तक स्कूल वाहनों का संचालन बंद रहा है, इसीलिए स्कूलों से संबंद्ध वाहनों की फिटनेस और तकनीकी जांच कराने के निर्देश पहले ही दिया जा चुका है। अब बिना फिटनेस के पकड़े जाने वाले स्कूल वाहनों पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि गत सोमवार को सार्वजनिक अवकाश के चलते लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर आरटीओ और देवा रोड एआरटीओ में 23 अगस्त को दिए गए सभी तरह के डीएल स्लाॅट को रद्द कर दिया गया है। 23 अगस्त के बदले लर्निंग डीएल अब 31 अगस्त को, परमानेंट डीएल 01 सितम्बर को और डीएल नवीनीकरण का कार्य 02 सितम्बर को किया जाएगा। दरअसल, राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में उच्च और माध्यमिक शिक्षा संस्थानों के बाद मंगलवार से छह से आठ तक के सभी स्कूल खुल गए हैं। इसलिए स्कूल वाहनों से आने-जाने वाले बच्चों की सुरक्षा को लेकर परिवहन विभाग सतर्क हो गया है।