राहुल और प्रियंका को हाथरस जाने से रोके जाने पर कांग्रेस में उबाल, प्रदर्शन
वाराणसी (हि.स.)। हाथरस में सामूहिक हैवानियत की शिकार मृत बेटी के परिजनों से मिलने जा रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को रोके जाने से कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। गुरूवार की शाम वाराणसी में जगह-जगह कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया तो सोशल मीडिया के जरिये भी सरकार पर निशाना साधते रहे।
कचहरी स्थित स्थित अम्बेडकर चौराहे के समीप कार्यकर्ताओं ने सड़क पर धरना प्रदर्शन कर सरकार पर जमकर हमला बोला। शास्त्री घाट पर भी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर सरकार पर लोकतंत्र पर हमला बोलने का आरोप लगाया। पंडित कमलापति त्रिपाठी फाउन्डेशन के साथ पार्टी के नेताओं ने भी शीर्ष नेतृत्व को हिरासत में लिये जाने पर नाराजगी जताई। कार्यकर्ताओं ने सरकार के रवैये की निंदा कर आरोप लगाया कि सरकार लाठी के जोर पर विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है। तानाशाही पर उतरी सरकार देर तक जनता की आवाज को दबा नहीं पायेगी।
विरोध करने वालों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष विजय शंकर पान्डेय, जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा, बैजनाथ सिंह, पूर्व शहर अध्यक्ष विजय शंकर मेहता, छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह आदि शामिल रहे।पीड़िता को दी श्रद्धांजलिगुरूधाम चौराहे के समीप महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव अमृता पांडेय के संयोजन में जुटी महिलाओं ने हाथरस बलात्कार पीड़िता को मोमबत्तियां जलाकर श्रद्धांजलि दी। महिला कार्यकर्ताओं ने बलात्कारियों का पोस्टर जारी कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। पार्टी कार्यकर्ताओं ने शीर्ष नेतृत्व राहुल गांधी व प्रियंका गांधी को हाथरस जाने से रोके जाने की कड़ी निंदा की।
इस दौरान मीरा तिवारी, रितु पांडे, वीणा पांडे, उषा कपूर, श्वेता पांडे नसरीन आदि शामिल रहीं।