राफेल से भारत की दुनिया में बढ़ेगी ताकत: पार्ली

– फ्रांस रवाना होने से पहले हैदराबाद हाउस में एनएसए डोभाल से मिलीं फ्लोरेंस पार्ली
– बाकी 31 लड़ाकू विमानों की समय से आपूर्ति किए जाने का भी भरोसा दिलाया 

 नई दिल्ली। राफेल लड़ाकू विमानों के भारतीय वायुसेना में शामिल होने पर फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने कहा कि इससे भारत को पूरे क्षेत्र में बढ़त मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत और फ्रांस दोनों आपसी संबंधों में नया अध्याय लिख रहे हैं। फ्लोरेंस पार्ली ने यह भी कहा कि फ्रांस भी ‘मेक इन इंडिया’ पहल के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। फ्रांस का उद्योग कई साल से रक्षा क्षेत्र में पनडुब्बी निर्माण जैसे कामों में ऐसा कर रहा है। पार्ली ने अंबाला में कार्यक्रम के बाद दिल्ली आकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से हैदराबाद हाउस में मुलाकात की।


फ्रांस की सैन्य बल मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने पांच राफेल विमानों को वायुसेना के बेड़े में शामिल करने के लिए अंबाला एयरबेस पर आयोजित समारोह में अपने संबोधन में कहा कि आज राफेल का आईएएफ में शामिल होना दोनों देशों के संबंधों की मजबूती का प्रतीक है, जो ठोस हैं और जरूरत पर हमेशा खरे साबित हुए हैं। उन्होंने कहा कि अब भारत एक विश्व स्तरीय क्षमता हासिल कर लेगा, जिससे नई दिल्ली को अविश्वसनीय सम्प्रभुता हासिल होगी और सामरिक लिहाज से पूरे क्षेत्र में अपनी रक्षा में बढ़त भी मिलेगी। उन्होंने बाकी 31 लड़ाकू विमानों की समय से आपूर्ति किए जाने का भी भरोसा दिलाया। सुश्री फ्लोरेंस पार्ली ने यह भी कहा कि फ्रांस भी ‘मेक इन इंडिया’ पहल के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। फ्रांस का उद्योग कई साल से रक्षा क्षेत्र में पनडुब्बी निर्माण जैसे कामों में ऐसा कर रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत को 36 राफेल विमानों की आपूर्ति करने वाले कार्यक्रम के कई मायने हैं। सैन्य संदर्भ में देखें तो इसका मतलब है कि भारत विश्व स्तरीय क्षमता हासिल कर लेगा, जो सचमुच दुनिया में सर्वश्रेष्ठ में से एक होगा और आपकी वायुसेना को अविश्वसनीय संप्रभुता संपन्न अस्त्र देगा। पार्ली ने कहा कि सामरिक संदर्भ में इसका मतलब है कि भारत को अपनी और अपने लोगों की रक्षा करने के लिए समूचे क्षेत्र में बढ़त मिलेगी। पार्ली ने कहा कि `राफेल` का साहित्यिक अर्थ `आंधी का झोंका` या ‘आग का गोला` है। उन्होंने कहा कि दोनों मतलब अविश्वसनीय क्षमता को व्यक्त करते हैं। यह दोनों देशों के बीच के मजबूत रिश्तों का एक प्रतीक भी है। 
उन्होंने भारत की ‘मेक इन इंडिया’ पहल का समर्थन करते हुए कहा कि फ्रांस अपनी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में भारतीय रक्षा उद्योग को भी शामिल करने के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि कई साल से फ्रांस के उद्योग के लिए ‘मेक इन इंडिया’ एक वास्तविकता रही है, खासकर पनडुब्बियों जैसे रक्षा उपकरणों में। उन्होंने कहा कि फ्रांस की कई कंपनियां और डिजाइन कार्यालय अब भारत में स्थापित हो गए हैं और अब मुझे उम्मीद है कि अन्य कम्पनियां भी आगे आएंगी।
वायुसेना में राफेल विमानों को शामिल करने के कार्यक्रम से पहले पार्ली ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर गुरुवार को संक्षिप्त बातचीत की। फ्रांसीसी रक्षा मंत्री से वार्ता करने के बाद भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्विट किया कि आज की बैठक में हमने पहचान किए गए औद्योगिक क्षेत्रों और सैन्य सहयोग के मुद्दों पर काम करना जारी रखने का फैसला किया है। मैंने भारत के रक्षा गलियारों में निवेश करने के लिए फ्रांसीसी निर्माताओं को आमंत्रित किया है। पार्ली ने अंबाला में कार्यक्रम के बाद दिल्ली आकर फ्रांस रवाना होने से पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से हैदराबाद हाउस में मुलाक़ात की। 

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