योगी के कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री बोले- विपक्ष की प्रदेश में दंगे की साजिश, हाथरस महज बहाना


लखनऊ (हि.स.)। हाथरस प्रकरण को लेकर विरोधी दलों के सरकार पर लगतार हमलों के बीच प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने पलटवार किया है। उन्होंने इस मामले को लेकर विपक्ष पर गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप लगाया है और कहा कि प्रदेश में दंगे की साजिश है, हाथरस तो केवल बहाना है।
कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री ने शनिवार को कहा कि विपक्ष को दलित बेटी की इज्जत का सम्मान प्रिय नहीं है। असल में विपक्षी पार्टियां उत्तर प्रदेश में जातीय दंगा कराना चाहती हैं। विपक्ष के नेता नहीं चाहते कि सच सामने आए। विपक्ष के ट्वीट, ओडियो टेप्स और पुरानी घटनाएं दंगे की साजिश की ओर इशारा कर रही हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती पर जवाबी हमला करते हुए रमापति शास्त्री ने कहा कि मायावती बयान देकर दलित बिटिया का अपमान कर रहीं हैं। वह भी पूर्व मुख्यमंत्री हैं, उनको मामले की संवेदनशीलता समझनी चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फौरन ही पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद के साथ एसआईटी गठित कर दी। वहीं प्रारम्भिक रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने पुलिस अधीक्षक सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलम्बित करते हुए नार्को, पॉलीग्राफ टेस्ट का फैसला किया है। प्रदेश सरकार की पहल से मामले का सच जरूर सामने आएगा।
दरअसल, मायावती ने आज सुबह ट्वीट किया कि हाथरस गैंगरेप काण्ड को लेकर पूरे देश में जबरदस्त आक्रोश है। इसकी शुरुआती आई जांच रिपोर्ट से जनता सन्तुष्ट नहीं है। इसलिए इस मामले की सीबीआई से या फिर सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच होनी चाहिए, बसपा की यह मांग है। उन्होंने इस मामले में राष्ट्रपति से भी दखल देने की अपील की। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि देश के राष्ट्रपति उत्तर प्रदेश से आते हैं और एक दलित होने के नाते भी इस प्रकरण में खासकर सरकार के अमानवीय रवैये को ध्यान में रखकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दखल देने की भी उनसे पुरजोर अपील है।

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