यू-ट्यूब पर अनूठे तरीके से सिखाई जा रही संस्कृत

देश-विदेश के सात लाख लोग ऑनलाइन प्राप्त कर रहे हैं शिक्षा

प्रादेशिक डेस्क

प्रयागराज। देववाणी संस्कृत को पढ़ने, बोलने में प्रायः कठिन माना जाता रहा है। लेकिन आधुनिक तकनीक के बढ़ते आयाम ने संस्कृत को न केवल सरल बनाया है, बल्कि रोचक तरीके से पढ़ने-सीखने के प्रति जिज्ञासा भी पैदा की है। इस बीच दारागंज के संस्कृत आचार्य सर्वज्ञ भूषण ने ऑनलाइन शिक्षण मंच संस्कृत गंगा के जरिये देश-विदेश के लोगों को अनूठे तरीके से संस्कृत सिखा रहे हैं। उनके यू-ट्यूब चैनल से लगभग सात लाख लोग जुड़कर संस्कृत का ज्ञान अर्जित कर रहे हैं। संस्कृत की पाठ्य सामग्री को गीतों में पिरोने का कार्य युवा गायक भूपेंद्र शुक्ल करते हैं। दोनों की जुगलबंदी से श्लोक, सूत्र, अन्वय, भाष्य, व्याकरण, संस्कृत कवियों व नाटककारों के जीवन दर्शन को ऑडियो, वीडियो, शार्टफिल्म, एनिमेशन के जरिये साझा किया जाता है।
संस्कृत के प्रचार-प्रसार के लिये सर्वज्ञ भूषण ने प्रवक्ता की नौकरी छोड़ दी। वे बीएचयू में गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं। जीआईसी बरगढ़ में आठ साल तक संस्कृत के प्रवक्ता रहे। 2011 में नौकरी से त्यागपत्र देकर प्रयागराज आ गये। यहां दारागंज में संस्कृत गंगा शिक्षण संस्थान के जरिये लोगों को निःशुल्क संस्कृत की शिक्षा दे रहे हैं। वे संस्कृत के प्रारंभिक पाठ, संभाषण से लेकर उच्च स्तर की परीक्षाओं में निःशुल्क मार्गदर्शन करते हैं। उनके यू-ट्यूब चैनल से अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के लोग भी जुड़े हैं। सर्वज्ञभूषण संस्कृत पढ़ने वाले निर्धन छात्रों को अपने खर्चे पर आवास, भोजन और पाठ्य सामग्री मुहिया कराते हैं। देश-विदेश में नौकरी कर रहे उनके शिष्य आर्थिक मदद भी करते हैं। लेखन व तकनीकी सहयोग गोपेश कुमार मिश्र, अम्बिकेश प्रताप सिंह, सुमन सिंह और शक्ति धर दुबे का है।

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