यूपी संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड का रिजल्ट घोषित, आशु राणा ने किया टाॅप
-कुशीनगर के एजाज अहमद दूसरे स्थान पर, झांसी की भावना मिश्रा लड़कियों में रहीं अव्वल
-लखनऊ विश्वविद्यालय ने सबसे कम समय में रिजल्ट घोषित करने का बनाया रिकाॅर्ड
लखनऊ (हि.स.)। यूपी संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड का रिजल्ट घोषित हो गया। यह यूपी में अब तक घोषित हुए बीएड प्रवेश के रिजल्ट में सबसे कम समय में घोषित हुआ है। इस वर्ष बीएड प्रवेश परीक्षा में लखनऊ के आशु राणा ने टाॅप किया है, वहीं दूसरे नम्बर पर कुशीनगर के एजाज अहमद हैं। तीसरे स्थान पर गोरखपुर के अजय गौर रहे जबकि लड़कियों में झांसी की भावना मिश्रा ने टाॅप किया है।
इस वर्ष भी यूपी बीएड की प्रवेश परीक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय ने कराई थी। पिछले वर्ष परीक्षा के 27 दिन बाद रिजल्ट आया था। वह भी अपने आप में कम समय में रिजल्ट आने का एक रिकाॅर्ड था लेकिन इस वर्ष कोरोना प्रोटोकाल के बावजूद लखनऊ विश्वविद्यालय ने अपने ही रिकाॅर्ड को तोड़ते हुए 20 दिन में ही रिजल्ट घोषित कर दिया। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने बताया कि चुनौतियां बहुत थीं लेकिन सहयोग भी बहुत मिला। इस कारण यह सफल हो पाया। इस वर्ष 5,91,305 आवेदन आये थे। इसमें 5,33,457 अभ्यर्थी शामिल हुए, जबकि दोनों पालियों में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 5,32,207 थी। विभिन्न कारणों से 1243 अभ्यर्थी अवैध घोषित हुए। वहीं पिछले वर्ष 4,32 000 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे।
इस वर्ष घोषित हुए रिजल्ट में टाप किये आशु राणा का कुल 340 नम्बर हैं, जबकि दूसरे स्थान पर रहे एजाज अहमद के 338 नम्बर आए हैं। तीसरे स्थान पर रहे गोरखपुर के अजय गौर के 333.33 नम्बर हैं। चौथे स्थान पर महोबा के सक्षम पटेरिया के 336.66, पांचवें स्थान पर सीतापुर के अक्षय कुमार मिश्रा के 336 व बिजनौर के उमेश कुमार के 336, छठें स्थान पर हाथरस के युवराज सिंह के 334.66, सातवें स्थान पर रहे झांसी के शिवम चतुर्वेदी के 334 नम्बर हैं। वहीं छात्राओं में झांसी की भावना सिंह ने टॉप किया है। उनका नम्बर 328.66, वहीं उन्नाव की प्रज्ञा गुप्ता ने 328 नम्बर पाया है। तीसरे स्थान पर रहीं गाजियाबाद की कृतिका ने 326 नम्बर पाया है।
कुलपति व अध्यक्ष राज्य-समन्वयन-समिति एवं राज्य समन्वयक उ॰प्र॰ संयुक्त प्रवेश परीक्षा बी॰एड॰-2021-23 ने बताया कि वर्तमान कोरोना महामारी के चलते परीक्षा का सुरक्षित आयोजन एक बहुत बड़ी चुनौती थी। आयोजक टीम ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए सभी अभ्यर्थियों और परीक्षा कार्य में लगे शिक्षकों/अधिकारियों/कर्मचारियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुये यह परीक्षा आयोजित करायी। अभ्यर्थियों को अपने जनपद से दूर यात्रा न करनी पड़े इसलिए प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में परीक्षा आयोजित करायी गयी। सभी 1476 परीक्षा-केन्द्र को कोरोना संक्रमण से बचाने की पूरी व्यवस्था की गयी थी। परीक्षा के दोनों पालियों के पूर्व प्रत्येक परीक्षा केन्द्र/परीक्षा कक्ष को सैनेटाइज कराया गया व अभ्यर्थियों के बैठने की व्यवस्था सोशल-डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए कराई गई।