मेरठ में सफाई का काम ठप, सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम में दिया धरना
मेरठ (हि.स.)। हाथरस कांड से बाद पनप रहा आक्रोश अब आंदोलन में बदल गया है। यूपी के सफाई कर्मचारी नेताओं के आह्वान पर गुरुवार को मेरठ जिले में सफाई कर्मचारियों ने कामकाज ठप करते हुए नगर निगम में धरना दिया। इस दौरान सफाई कर्मचारी प्रदेश सरकार पर जमकर बरसे।
उत्तर प्रदेश सफाई मजदूर संघ के बैनर तले गुरुवार को सभी सफाई कर्मचारियों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर नगर निगम परिसर में धरना दिया। उत्तर प्रदेश सफाई मजदूर संघ के पदाधिकारी राजू धवन और कैलाश चंदोला ने हाथरस कांड पर रोष जताते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। जिसमें हाथरस कांड की सीबीआई जांच कराने, पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा देने, इस कांड में लापरवाही बरतने वाले स्थानीय पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को बर्खास्त किए जाने की मांग की गई। सफाई कर्मचारी नेताओं ने मोदी सरकार के ’बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ स्लोगन पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन हालात में जब बेटियां सुरक्षित ही नहीं हैं तो वह कैसे पढ़ पाएंगी? नगर निगम परिसर में शाम तक चले धरने के बाद सफाई कर्मचारी नेताओं ने अब आगे की रणनीति तय कर आंदोलन को जारी रखने की बात कही है। उधर सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जहां शहर में दिन भर कूड़ा नहीं उठा वहीं सड़कों पर लगे कूड़े के ढेर के चलते जनता हलकान रही।