भीम आर्मी की सदस्य है ‘भाभी’
हाथरस (हि.स.)। हाथरस प्रकरण को लेकर चर्चा में आने वाली ‘भाभी’ की तलाश की जा रही है। घर पर तीन दिन से ताला लटका हुआ है। पड़ोसियों को भी इसके बारे में जानकारी नहीं है। यूपी एसआईटी की टीम ने मध्य प्रदेश पुलिस से भाभी की तलाश में मदद मांगी है।
खुद को प्रोफेसर बताने वाली राजकुमारी बंसल उर्फ ‘भाभी’ मेडिकल कॉलेज में भी किसी से ज्यादा बात नहीं करती थी। साथी कर्मियों का कहना है कि उस महिला की गतिविधियां कुछ ठीक नहीं थी। वो काफी बदमाश थी। इस मामले में मेडिकल कॉलेज के अधिकारी का कहना है कि भाभी के नाम से चर्चित हुई महिला राजकुमारी बंसल डेमो स्टेटन करके पोस्ट होती है उसमें है। वो फार्मोंक्लॉजी विभाग में तैनात थी। अधिकारी का कहना है कि महिला ने दो दिन से पूरा हड़कम्प मच रखा है। वह अतिशीघ्र इस मामले में जांच बैठायेंगे कि महिला छुट्टी लेकर गयी थी कि बगैर छुट्टी के गई थी और उससे सस्पेंड की कार्रवाई की जायेगी। इसको लेकर सोमवार को जांच कमेटी बैठायी जायेगी।
भीम आर्मी से जुड़ी है महिला
हाथरस कांड में पीड़ित परिवार से मुलाकात करने वाली महिला राजकुमारी बंसल के बारे में जांच के दौरान यह पता चला है कि महिला भीम आर्मी की सदस्य है। महिला हाथरस क्यों गईं थी। इसके पीछे का कारण क्या है? उसके पकड़े जाने के बाद ही पता चल सकेगा।
ईमानदारी से नहीं किया कार्य, हुई थी विभागीय कार्रवाई
राजकुमारी बंसल उर्फ ‘भाभी’ के अपने पद के दायित्वों का ईमानदारी से नहीं निभा सकी है। इनसे स्वास्थ्य विभाग में परेशान रहता था। राजकुमारी बंसल जब जिला चिकित्साल में मेडिकल आफिसर के पद पर थी तो सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डिंडौरी द्वारा कर्तव्यस्थल से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रही। इसको लेकर विभाग ने उनके खिलाफ कार्रवाई की थी।
दिया था बयान
डॉ. राजकुमारी बंसल पर नक्सलियों से संबंध होने और हाथरस कांड के बाद पीड़ित के घर पहुंचकर गांववालों को भड़काने तथा झूठी बयानबाजी के आरोप लगे हैं। इन तमाम आरोपों पर शनिवार को वो मीडिया के सामने आयी। उन्होंने कहा कि वे इंसानियत के नाते हाथरस पहुंची थी और पीड़ित के परिवार की मदद करना चाहती थीं। उन पर लगे नक्सलवाद का आरोप निराधार हैं यूपी पुलिस उन्हें फंसाना चाहती है।