बुन्देलखंड की जमी पर अब ड्रेगन फ्रूट के खेती की मची धूम

– आमदनी तीन गुनी होने से खेती का बढ़ा क्षेत्रफल

हमीरपुर (हि.स.)। बुन्देलखंड की जमी पर अब मैक्सिको के फल की खेती की यहां धूम मच गई है। मोटा मुनाफा के लिए इस बार किसानों ने इसकी खेती का क्षेत्रफल भी बढ़ाया है। बाजार में इस फल की जबरदस्त डिमांड देखते हुए किसानों ने मैक्सिको फल की खेती के लिए पौधे भी रोपित कर दिए हैं। इसकी खेती को बढ़ावा देने के लिए विभाग ने खजाना भी खोल दिया है।

बुन्देलखंड के हमीरपुर जिले के कई गांवों में मैक्सिको फल (ड्रेगन फ्रूट) की खेती किसानों ने शुरू की है। जिले के मौदहा क्षेत्र के पाटनपुर गांव ऋषि शुक्ला ने पिछली बार एक एकड़ में मैक्सिको फ्रूट के पौधे लगाए थे जिससे उन्हें मोटा मुनाफा हुआ। इस बार उन्होंने 0.5 हेक्टेयर में 1250 पौधे रोपित किए हैं। जबकि राठ क्षेत्र के गोहानी गांव में राजेन्द्र सिंह ने भी इसकी खेती आधे बीघे में इस बार शुरू की है। इसके लिए उन्होंने 170 पौधे रोपित भी कर दिए हैं।

ऋषि शुक्ला ने बताया कि ये फल बहुत महंगा बिकता है। इसकी बाजार में ज्यादा डिमांड भी है। बताया कि कम लागत में तीन गुना मुनाफा मिलने से यहां तमाम किसानों ने इसकी खेती की तरफ दिलचस्पी दिखाई है। यहां के जिला उद्यान अधिकारी आशीष कुमार कटियार ने बताया कि मैक्सिको का फ्रूट ड्रेगन फ्रूट है। ये मैक्सिको और मध्य एशिया में मिलता है। यह फल खाने में तरबूज की तरह मीठा होता है। इसमें प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। बताया कि इसकी खेती महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ में कई सालों से किसान कर रहे हैं। इसकी खेती से किसानों की तकदीर बदल रही है। बताया कि हमीरपुर के अलावा बुन्देलखंड के बांदा और आसपास के इलाकों में किसानों ने मैक्सिको फ्रूट की खेती करने आगे आए हैं।

डिपार्टमेंट ने मैक्सिको के फ्रूट की खेती के लिए खोला खजाना

जिला उद्यान अधिकारी आशीष कुमार कटियार ने बताया कि हमीरपुर जिले में मैक्सिको फ्रूट की खेती के लिए डिपार्टमेंट से किसानों को अनुदान दिया जाता है। एक हेक्टेयर में इसकी खेती करने पर तीस हजार रुपये का अनुदान डिपार्टमेंट से मिलता है। ऊषा सिंह राठ गोहानी समेत दो किसानों को चयनित किया गया है। ये दोनों एक हेक्टेयर में इसकी खेती के लिए पौधे रोपित किए हैं। मैक्सिको फ्रूट की खेती करने वाले ऋषि शुक्ला व राजेन्द्र सिंह गोहानी ने बताया कि एक एकड़ में करीब तीन सौ पौधे रोपित करने पर छह लाख रुपये का मुनाफा मिलता है जबकि लागत दो लाख रुपये के करीब आती है।

अस्थमा और शुगर बीमारी के लिए रामबाण है मैक्सिको का फ्रूट

आयुर्वेद चिकित्सक डाँ.दिलीप त्रिपाठी ने बताया कि मैक्सिको का यह फल खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है। इस फल में विटामिन सी व फाइबर ज्यादा होते है जिससे शुगर और अस्थमा के अलावा पेट सम्बन्धी बीमारी ठीक हो जाती है। फिजीशियन डाँ.वीके श्रीवास्तव ने बताया कि इस फल में सभी प्रकार के पोषक तत्व होते हैं, जिनके सेवन से शरीर को ऊर्जा मिलती है। जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि मैक्सिको का यह फल औषधि गुण वाला होता है जो बाजार में बड़ा ही महंगा बिकता है। बताया कि इसकी खेती से बुन्देलखंड के किसानों की तकदीर बदल जाएगी।

पंकज/विद्याकांत

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