बाबरी विध्वंस का फैसला आते ही कानपुर में जश्न पर लगी रोक, प्रशासन सतर्क
अजय सिंह/मोहित वर्मा
कानपुर (हि.स.)। अयोध्या स्थित बाबारी विध्वंस मामले का फैसला बुधवार को सीबीआई की विशेष अदालत ने सुनाते हुए सभी 32 आरोपितों को बरी कर दिया है। फैसले को लेकर जहां बहुसंख्यक वर्ग में खुशी का माहौल है तो वहीं प्रशासन भी सख्त नजर आया। प्रशासन ने साफ कर दिया कि किसी प्रकार के जश्न का आयोजन नहीं होगा, अगर किसी ने हिमाकत की तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही मिश्रित इलाकों व सवेंदनशील इलाकों में पुलिस के साथ पीएसी की गस्त बढ़ा दी गयी है। एसपी पूर्वी खुद ऐसे इलाकों पर बराबर गस्त करते हुए पैनी नजर बनाये हुए हैं।
लखनऊ में बुधवार को सीबीबाई की विशेष अदालत ने 06 दिसम्बर 1992 को जो अयोध्या में हुआ उसका फैसला सुनाया। जज एसके यादव ने बाबरी विध्वंस मामले में फैसला सुनाते हुए कहा कि वीएचपी नेता अशोक सिंघल के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं हैं। फैसले में कहा गया है कि फोटो, वीडियो, फोटोकॉपी में जिस तरह से सबूत दिए गए हैं, उनसे कुछ साबित नहीं होता है। विशेष अदालत ने फैसला सुनाते हुए पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, बीजेपी के सीनियर नेता विनय कटियार और कानपुर के प्रकाश शर्मा समेत कुल 32 आरोपितों को बरी कर दिया। बाबरी विध्वंस के फैसला आने के बाद प्रशासन ने जनपद को हाई अलर्ट घोषित कर दिया और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड़ में आ गया है।
एसएसपी बोले, कोर्ट के फैसले का स्वागत करें
एसएसपी डा. प्रीतिंदर सिंह ने पूरे शहर में गस्त बढ़ाने के साथ हर चौराहे पर चेकिंग के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ने बताया कि इस फैसले के बाद पुलिस व्यवस्था अलर्ट है, किसी को भी किसी तरह के कार्यक्रम की अनुमति नहीं है, किसी भी सार्वजनिक जगहों पर लोगों को इकठ्ठा होने की अनुमति नहीं दी गई है। इसके साथ ही जनपद में जश्न और आतिशबाजी पर पूरी तरह से रोक लगा दी गयी है और इसके बावजूद अगर कोई जश्न मनाते हुए पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी ने अपील की कि सभी लोग कोर्ट के फैसले का स्वागत करें और कोई भी समुदाय अपनी हार व जीत को लेकर टिप्पणी न करें।
एसपी पूर्वी ने संभाला मोर्चा
एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल खुद संवेदनशील इलाकों में भारी फोर्स के साथ गस्त कर रहे हैं। सशोल साइट्स व इंटरनेट गतिविधियों पर पुलिस पैनी नजर बनाये हुए है और इसके लिए चार सर्विलांस की टीमें लगी हुई हैं।
सेक्टर जोन स्कीम लागू
एसएसपी ने बताया कि शहर में सेक्टर जोन स्कीम लागू है। 55 सेक्टर और 14 जोन बने हैं। चार सर्विलांस टीमें लगी हैं जो सोशल साइट पर नजर रखे हुए हैं। मिश्रित आबादी में पीएसी व पुलिस तैनात, एस 10 और एलआईयू सतर्क है। सभी धर्म गुरुओं से अपील है कि कोर्ट का सम्मान करें और किसी धर्म की भावना को ठोस न पहुंचाएं। सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ न लगाये, जश्न पार्टी और आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध है।
तत्कालीन फैजाबाद डीएम के घर बढ़ी सुरक्षा
बाबरी विध्वंस का फैसला आने के बाद फैजाबाद के तत्कालीन जिलाधिकारी रहे आाईएएस रामशरण श्रीवास्तव के नौबस्ता स्थित घर की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। यहां पर एक सिपाही व दो होमगार्ड तैनात किए गए हैं, हालांकि रामशरण श्रीवास्तव इस समय दुनिया में नहीं और उनकी मौत आठ दिन पहले ही हुई है। नौबस्ता थाना प्रभारी कुंजबिहारी मिश्र ने बताया कि रामशरण श्रीवास्तव के परिवार में दो शादीशुदा बेटियां हैं। बड़ी बेटी सिंगापुर में और दूसरी बेंगलुरू में अपने परिवारों संग रह रही हैं। नौबस्ता में विराट नगर चौकी के पास स्थित उनके घर पर केवल दो किरायेदार रहते हैं। रामशरण की मौत पर उनकी छोटी बेटी व दामाद आये हुए थे और रिश्तेदारों संग उनका अंतिम संस्कार करने के बाद वह चले गये।