बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं व तबादले पर उप मुख्यमंत्री को लिखनी पड़ी चिट्टी — संजय सिंह
– आप सांसद ने पत्रकार वार्ता कर स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को घेरा
लखनऊ (हि.स.)। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने बुधवार को प्रदेश की योगी सरकार में मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं को बदहाल बताया। उन्होंने डॉक्टरों के तबादलों को लेकर सरकार के साथ-साथ उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को घेरा। कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की लचर व्यवस्था और तबादलों को लेकर ही उप मुख्यमंत्री को चिट्टी लिखनी पड़ी।
आप सांसद ने पार्टी कार्यालय में आज पत्रकार वार्ता की। उन्होंने बताया कि यूपी में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बेपटरी है। यहां ट्रांसफर करने में भारी अनियमितताएं बरती जा रही हैं। एक ही डॉक्टर का दो-दो जगहों पर तबादला कर दिया जा रहा है। वहीं, मृतक डॉक्टरों के भी ट्रांसफर सूची में नाम हैं। उन्होंने मृत डॉक्टर दीपेन्द्र सिंह व जौनपुर में तैनात डेंटल हाइजीनिस्ट डॉ विजय श्रीवास्तव, जिनकी मौत 2 साल पहले हो गई थी उनका ट्रांसफर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुजानगंज किए जाने का उदाहरण दिया।
सांसद संजय सिंह यहीं नहीं रूके और कहा कि उत्तर प्रदेश में ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर दलाली का धंधा चलने का आरोप लगाया। जिसमें विभाग के स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री खुद सवाल उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अपने रिटायरमेंट के दिन स्वास्थ्य विभाग के डीजी द्वारा ट्रांसफर के नाम पर इस तरह के मजाक किया गया कि अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को समझ में नहीं आ रहा।इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक जांच कमेटी भी बना दी। इन जांच कमेटियों का निष्कर्ष कुछ भी नहीं निकलता है।
संजय सिंह ने कहा कि अस्पतालों में डॉक्टरों के अभाव में गरीब मरीजों को इलाज न मिलने आरोप लगाया। सांसद ने कहा कि अमरोहा के अस्पताल में महिला डॉक्टर नियुक्त नहीं है। वहां पर प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं को देखने के लिए डॉक्टर न होने और इलाज में लापरवाही के चलते बीते दिनों 10 घंटों में चार बच्चों की मौत हो गई थी।
आप सांसद ने आगे कहा कि जब यूपी में दूसरी बार बनी भाजपा की सरकार सिर्फ इंसानों के स्वास्थ्य उपकरणों में घोटाला नहीं, बल्कि अब पशुओं के उपकरणों में भी घोटाला होगा। आरोप लगाया कि अभी पशुपालन विभाग में 50 करोड़ का घोटाला हुआ है। बताया कि कोल्ड बॉक्स नाम के एक आइटम की मध्य प्रदेश में खरीदारी 47,250 रूपये में हुई। जम्मू कश्मीर में उसकी खरीद 59,000 रूपये में हुई, जबकि बाबा जी के राज में उत्तर प्रदेश में उसकी खरीद 1,27,000 लाख रूपये में हुई।
मोहित