बचपन बचायें तो पूरा जीवन सुरक्षित है: योगी आदित्यनाथ

 चित्रकूट। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय पोषण माह में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग  से अधिकारियों को दिशा-निर्देश देेते हुए कहा कि ये बहुत पुण्य का कार्य है। एक समर्थ व सशक्त राष्ट्र बनाना है तो बचपन बचाना पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में विशेष फोकस कर पोषण की समस्या के समाधान को टीकाकरण समय से कराने पर बचपन सुरक्षित है तो जीवन सुरक्षित है। 
     शुक्रवार को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कन्या सुमंगला योजना लाभान्वित कराया जाये। ये राष्ट्रीय कार्य है। पोषण मिशन को आगे बढायें। सभी लाभार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि सभी विभाग अपने दायित्वों का सही ढंग से निर्वहन करें। स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें। कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों व माता-पिता तथा गर्भवती महिलाओं को पौषिटक आहार दें। कुपोषित बच्चा पैदा होने पर उसे तुरन्त स्वास्थ्य लाभ दिया जाये। बालक-बालिका में भेदभाव न किया जाये। अभियान चलाकर जनजागरूकता कार्यक्रम करें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ऐसे परिवारों को चिन्हित करे जो गौवंश रख सकते हैं। उन्हें निराश्रित गौवंश गौशाला से दिलाकर प्रतिमाह नौ सौ रुपये प्रति गाय भरण-पोषण का दिलाया जाये। ये योजना अभी से चलाई जाये। कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों के अभिभावकों को भी इस योजना का लाभ दिलायें। जीरो बजट की खेती कराई जाये। कुपोषित माताओं के परिवार के लोग बेरोजगार हैं तो उन्हें रोजगार दिलायें। नोडल अधिकारी नामित करके एक-एक परिवार को गोद लेकर शासकीय योजनाओं का लाभ दिलायें। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर पोषण माह का आयोजन डोर टू डोर किया जाये। आकांक्षा जिलों की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जिलाध्यक्ष शेषमणि पाण्डेय ने जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास मोहित कुमार को निर्देश दिये कि शासन से मिले दिशा-निर्देश का अनुपालन सुनिश्चित किया जाये। पोषण माह सात सितम्बर से शुरु हो रहा है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिला स्तरीय अधिकारीगण मौजूद रहे।

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