प्रशिक्षण वर्ग का उद्घाटन सत्र माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्वलन के साथ प्रारंभ हुआ ।
गोंडा । भारतीय शिक्षा समिति उत्तर प्रदेश के अंतर्गत संचालित विद्या भारती विद्यालयों के नव चयनित आचार्य एवं आचार्या बहिनों का दस दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर मालवीय नगर में एक जून 2023 को सायं काल से प्रारंभ हुआ। इस वर्ग मे अवध प्रान्त के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों से नवचयनित 61 आचार्य एवं 62 आचार्या बहिनें प्रतिभाग कर रहे है। यह वर्ग 01 जून 2023 सायं से प्रारंभ होकर आगामी 10 जून 2023 अपरान्ह तक चलेगा। प्रशिक्षण वर्ग का उद्घाटन सत्र माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्वलन के साथ प्रारंभ हुआ ।
उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में अपना वक्तव्य देते हुए अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री यतीन्द्र शर्मा ने कहा कि आचार्य जीवन जीने की कला सिखाता है, इसलिए विद्या भारती ने शिक्षक नहीं वरन् आचार्य शब्द चुना है । उन्होंने कहा कि आचार्य का जीवन पारदर्शी होना चाहिए। शिक्षा के माध्यम से पुनर्निमाण हो और वह श्रेष्ठ नागरिक बने ऐसा गुरूतर दायित्व हम आचार्य पर है। शिक्षक केवल बौद्धिक ज्ञान देते हैं जबकि एक आचार्य अपने शिष्यों के सर्वांगीण विकास के लिए सदैव संकल्पित रहता है।
प्रशिक्षण वर्ग की प्रस्तावना पर प्रकाश डालते हुए प्रदेश निरीक्षक राम जी सिंह ने कहा कि अपने संगठन से जुड़ा आचार्य मात्र बच्चों का आचार्य ना होकर देश व समाज को दिशा देने वाला है। आचार्य को सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ कार्य करना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण वर्ग का उद्देश्य विद्यालय मे छात्रों का उचित शिक्षण कार्य, उनके बौद्धिक क्षमता का विकास, उनके शिक्षण कौशल का विकास आदि का विधिवत प्रशिक्षण देकर नई शिक्षा नीति के अंतर्गत आचार्यों के शिक्षण का विकास, आचार्यों को विद्याभारती की रीति नीति से परिचित कराना है। प्रशिक्षण वर्ग के द्वितीय दिवस में विभिन्न सत्रों में कक्षा प्रबंधन,संस्कृति,एवं वातावरण विषय पर क्षेत्रीय बालिका शिक्षा प्रमुख उमाशंकर मिश्र ने विस्तार से प्रकाश डाला , आचार्य दैनंदिनी का प्रयोग ,शिक्षण योजना निर्माण विषय पर सम्भाग निरीक्षक सुरेश कुमार सिंह ने चर्चा की ,अभिभावक सम्पर्क पर रामजी सिंह प्रदेश निरीक्षक ने चर्चा की , वही विद्याभारती की गतिविधियों पर सम्भाग निरीक्षक अवरिश कुमार ने विस्तृत प्रकाश डाला।