प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेण्डर्स आत्मनिर्भर निधि, शहरी पथ विक्रेताओं के जीवन में ला रही उजाला

वाराणसी। कोरोना संकट काल में प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेण्डर्स आत्मनिर्भर निधि, शहरी पटरी विक्रेताओं के जीवन में उजाला बन रही है। निधि में शहरी पथ विक्रेताओं को अपना व्यवसाय सुचारू रूप से करने के लिए 10 हजार रुपये का ऋण 12 मासिक किश्तों पर 07 प्रतिशत ब्याज सब्सिडी की छूट पर उपलब्ध कराया जा रहा है। 

शहरी पथ विक्रेताओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भारत सरकार आर्थिक पैकेज के रूप में आसान किश्तों पर ऋण की सुविधा देकर कार्यशील पूंजी बनाने में उनकी सहायता में जुट गई है। कोरोना काल में शहर में रेहड़ी, पटरी व सड़क किनारे दुकान लगाने वाले लॉकडाउन के दौरान प्रभावित हुए हैं। 
लॉकडाउन में इन दुकानों के बंद हो जाने से गांव, शहर, कस्बे, महानगर में रहने पथ विक्रेता आर्थिक रूप से बिखर चुके है। उनकी दैनिक आजीविका प्रभावित हुई और उनके सामने बेरोजगारी का संकट भी खड़ा हो गया। ऐसे में उनकी समस्याओं के समाधान के लिए  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेण्डर्स आत्मनिर्भर निधि योजना लागू की है। 
सरकार लॉकडाउन से प्रभावित हुए हर वर्ग के लोगों की सहायता कर रही है। रेहड़ी पटरी वालों व छोटी-मोटी दुकान वालों को अपना कारोबार फिर से खड़ा करने के लिए सरकार मदद के लिए हाथ बढ़ा रही है। इस योजना के अन्तर्गत लाभ लेने के लिए सर्वेक्षण सूची में नाम भी होना चाहिए। नगर निगम, डूडा द्वारा पटरी दुकानदारों का सर्वेक्षण कराते हुए उनका पंजीयन किया गया है। पोर्टल के माध्यम से शहरी पथ विक्रेताओं ने ऑनलाइन आवेदन करते हुए इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। 
वाराणसी में विस्तृत सर्वे कराकर 14,721 स्ट्रीट वेंडर्स का रजिस्ट्रेशन कराया जा चुका है। ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना में 4,183 पथ विक्रेताओं के आवेदन भरवाए जा चुके हैं। जिसमें 586 विक्रेताओं को बैंकों द्वारा ऋण स्वीकृत भी किया जा चुका है। खेतिहर मजदूर, किसान, कारीगर, कुशल, अर्धकुशल श्रमिक, उद्योग-धंधों के लोगों, उद्यमी-व्यवसायी सबको सरकार इससे जोड़ रही है।

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