पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कमजोर हुआ मानसून, पूर्वी क्षेत्र में होती रहेगी बारिश
– मध्य प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश में विकसित है चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र
कानपुर (हि.स.)। दक्षिणी पश्चिमी मानसून अब उत्तर प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्रों में कमजोर होता जा रहा है। हालांकि पूर्वी क्षेत्र में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने से हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। वहीं कानपुर में बादल आसमान में छाये हुए हैं और फुहारेदार बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग का कहना है कि हवा सामान्य से तेज चलती रहेंगी, पर झमाझम बारिश के आसार नहीं है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पाण्डेय ने मंगलवार को बताया कि मध्य प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर चक्रवाती हवा का क्षेत्र विकसित हो रहा है, जहां पर तेज हवा संग बूंदाबांदी हो सकती है लेकिन इसके बाद गर्मी और उमस का स्तर बढ़ना तय है। फिलहाल मानसून की ट्रफ रेखा बीकानेर, आगरा, सुल्तानपुर, पटना, बालुरघाट से होते हुए नागालैंड की ओर जा रही है।
चक्रवाती हवा का क्षेत्र उत्तर पूर्वी राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। ऐसे में अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश की संभावना न के बराबर है और पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्थानीय स्तर पर हल्की बारिश होती रहेगी। बताया कि अधिकतम और न्यनूतम तापमान क्रमश: 33.4 और 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं, जिनकी रफ्तार 6.5 किमी प्रति घंटा रही। इसके साथ ही बारिश 1.4 मिमी दर्ज की गई।