पराली के नाम पर किसानों का शोषण और अत्याचार तत्काल बन्द करे सरकार: अजय कुमार लल्लू

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, कानून व्यवस्था हो चुकी है ध्वस्त

लखनऊ(हि.स.)। बेमौसम बारिश के कारण कई जगह किसानों के धान बाहर ही भीग गये हैं। इससे किसानों की परेशानी बढ़ गयी है। इस पर मंगलावर को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि एक तरफ सरकार पराली के नाम पर किसानों को प्रताड़ित कर रही है, वहीं दूसरी तरफ उनके धान का तौल न होने के कारण बेमौसम बारिश में उन्हें परेशान होना पड़ा। इससे किसानों की हालत दयनीय हो गयी है। उन्होंने प्रदेश सरकार से किसानों का शोषण तत्काल बंद किये जाने की मांग की।
वहीं अजय कुमार लल्लू ने प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि फतेहपुर में दो सगी बहनों की निर्ममतापूर्वक की गयी हत्या, कानपुर में दिल दहला देने वाली घटना के साथ ही मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में मासूम के साथ दुष्कर्म की घटना, अयोध्या में दलित किशोरी से गैंगरेप, सोनभद्र जनपद के कोन थाना क्षेत्र में पत्रकार उदय पासवान की पीट-पीटकर हत्या ने यह साबित कर दिया है कि उप्र में कानून व्यवस्था नियंत्रित करना योगी सरकार के बस में नहीं है। योगी सरकार अपने दायित्वों एवं कर्तव्यों व नैतिकता से विमुख होकर सिर्फ पीआर व ब्राण्डिंग के बल पर प्रदेश की जनता को भ्रमित करने तक सीमित रह गयी है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार किसानों के प्रति कतई संवेदनशील नहीं है। यदि सरकार ने समय से सरकारी क्रय केन्द्र खोले होते तो आज किसानों को यह दिन न देखना पड़ता, जहां खेतों में धान वर्षा के चलते बर्बाद हो रहा है वहीं सरकारी क्रय केन्द्रों में व्याप्त भ्रष्टाचार और क्रय केन्द्रों की बदहाली के चलते किसानों का धान बेमौसम वर्षा की भेंट चढ़ गया है। सरकारी क्रय केन्द्रों पर समुचित धान की खरीद न होने से किसानों की हालात सबसे ज्यादा खराब हो गयी है। बरसात के कारण किसानों को आने वाली दलहन और तिलहन की फसलों का भी नुकसान उठाना पड़ा है। 
उन्होंने कहा कि पराली को लेकर भी प्रदेश की योगी सरकार किसानों के साथ दोहरा मापदण्ड अपना रही है। एक तरफ तो आये दिन बयान देकर कि किसानों का उत्पीड़न न किया जाए, दूसरी ओर रोजाना पराली के मुद्दे पर किसानों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। पराली जलाने को लेकर कभी पुलिस तो कभी लेखपाल आदि सरकारी कर्मचारी किसानों का दोहन करने में जुटे हुए हैं।
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि न्यायालय ने पराली के मुद्दे पर स्पष्ट रूप से राज्य सरकारों को पराली के निस्तारण और इसकी समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु आदेशित किया था किन्तु आज प्रदेश की योगी सरकार अपनी जिम्मेदारी से इतर किसानों का ही शोषण करने पर उतारू है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार किसानों के साथ हो रहे दोहरे मापदण्ड को तत्काल बन्द कर पराली के नाम पर किसानों का उत्पीड़न रोके और बेमौसम बरसात से किसानों की धान सहित तिलहनी फसलों की बर्बादी पर किसानों के हुए नुकसान का समुचित मुआवजा प्रदान करे।

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