पत्रकार हत्याकांड : मृतक की पत्नी को नौकरी मिले, परिजन से बोले राज्यमंत्री मुख्यमंत्री से करूंगा बात

बलिया। निजी टीवी चैनल के पत्रकार रतन कुमार सिंह की हत्या के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार के लिए दस लाख सहायता राशि की घोषणा की है। मंगलवार को पोस्टमार्टम पर पहुंचे राज्यमंत्री आनंद स्वरूप से पीड़ित परिवार व पत्रकार संगठनों ने और अधिक धनराशि व एक नौकरी की मांग की। जिस पर उन्होंने मुख्यमंत्री से बात करने का आश्वासन दिया।

राज्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि रतन कुमार सिंह की हत्या से दुखी हूं। इस घटना की जितनी भी निंदा की जाय कम है। मुख्यमंत्री ने दस लाख रुपये की सहायता की घोषणा की है। रतन सिंह के परिवार के लिए अन्य व्यवस्था भी की जायेगी। प्रदेश सरकार रतन सिंह के परिवार के साथ खड़ी है। रात में बारह बजे मेरी रतन सिंह के पिता से बात हुई थी। मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं। पीड़ित परिवार में एक नौकरी न्यायोचित मांग है। इसके लिए मुख्यमंत्री से बात करुंगा। श्री शुक्ल ने कहा कि मैं भी इस मांग से सहमत हूं।
उन्होंने कहा कि घटना के समय फेफना के एसओ रहे इंस्पेक्टर के खिलाफ भी जांच की जाएगी। योगी जी की सरकार अपराध और अपराधियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है। एक पत्रकार की निर्मम हत्या हुई है। सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है। मेरी रात में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात हुई थी। मैं पुनः उनसे सहायता राशि बढ़ाने और रतन सिंह की पत्नी को नौकरी के लिए मांग करूंगा। जिस समय मंत्री आनंद शुक्ल पत्रकारों से बात कर रहे थे, उसी वक्त रतन सिंह के दो परिजन रोते हुए स्थानीय पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाने लगे। मंत्री ने जांच कराने का आश्वासन दिया

परिवार में नौ लोगों को छोड़ गए हैं रतन

पत्रकार रतन कुमार सिंह की निर्मम हत्या से जिले भर में आक्रोश है तो शोक की लहर भी है। स्वभाव से मृदुभाषी रतन सिंह ने पत्रकारिता में फेफना से एक दैनिक अखबार में स्थानीय संवाददाता के रूप में शुरुआत की थी। फिलहाल एक निजी चैनल में रिपोर्टर थे। अपनी लेखनी में सामाजिक सरोकारों को सर्वोपरि रखने वाले पत्रकार रतन अपने परिवार के अकेले ऐसे सदस्य थे, जिन पर पूरा परिवार निर्भर था। दो साल पहले उनके बड़े भाई भोला सिंह की मौत हो गई थी। 

रतन के तीन बच्चे हैं। उनकी पत्नी प्रियंका का रो-रो कर हाल बेहाल है। बड़े भाई सुतीक्षण सिंह उर्फ भोला सिंह की पत्नी व उनके दो बच्चों तथा माता-पिता समेत रतन के परिवार में कुल नौ लोगों का भरण-पोषण को लेकर पिता विनोद सिंह को एक बड़ी चिंता सताने लगी है। पिता का कहना है कि परिवार की जीविकों पार्जन के लिए उन्होंने नौकरी मांगी है यदि परिवार के नौ लोगों में किसी को नौकरी न मिली तो उनके परिवार का क्या हाल होगा। 

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